ढाका (बांग्लादेश) – भारत जाने वाले इस्कॉन के ५० से अधिक सदस्याओं को बांगलादेश सरकार ने रोक दिया । सब वैध कागदपत्र पास में होने पर भी, इस्कॉन के सदस्यों को भारत में प्रवेश करने से रोक दिया गया । इस्कॉन के ६३ सदस्यों को बांग्लादेश के अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पर स्थित बेनापोल सीमा चौकी पर रोक दिया; क्योंकि उन्हें इन लोगों की गतिविधियां संदेह जनक लगीं । बांग्लादेश के अनेक जनपदों से आए ये सदस्य बेनापोल सीमा चौकी से भारत में प्रवेश करना चाहते थे । परंतु, उनकी गतिविधियों को संदेह जनक बताकर पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया ।
१. बांग्लादेशी प्रसार माध्यमों से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रशासकीय अधिकारी इम्तियाज मोहम्मद अहसानुल ने बताया कि इस्कॉन के सदस्यों का भारत जाने का हेतु संदेह जनक लगा, इस कारण उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं दी गई ।
२. इस्कॉन, कोलकाता के उपाध्यक्ष राधारमण दास से मिली जानकारी के अनुसार भारत की सीमा पर बांग्लादेशी पुलिस द्वारा रोके गए लोग बांग्लादेश के अनेक भागों में इस्कॉन के सदस्य थे । बांग्लादेश की विकट परिस्थिति के कारण उन्होंने भारत में तीर्थयात्रा के लिए जाने का निर्णय लिया था । कागदपत्र वैध होने पर भी, उन्हें अन्य देशों में जाने की अनुमति क्यों नहीं दी जाती ? यह प्रश्न भी दास ने इस समय उपस्थित किया ।
संपादकीय भूमिकाबांग्लादेश में हिन्दुओं पर अत्याचार करना और इससे बचने के लिए कोई भारत जाने का प्रयास करें, तो उसे रोक देना है, यह दुष्ट नीति बांग्लादेश की है । ऐसे बांग्लादेश की नकेल कसने के लिए भारत सरकार कोई कार्यवाही करेगी ? |