मुंबई – एक साक्षात्कार में जानकारी देते हुए अभिनेत्री चाहत खन्ना ने कहा, ‘मुझे इस्लाम स्वीकार कराने हेतु मेरा बुद्धिभेद किया गया था । अब सनातन धर्म में घरवापसी करने पर मुझे बहुत आनंद हो रहा है । मुझे कहा गया था कि हिन्दू धर्म का प्रत्येक पहलू अनुचित है ।’
‘टेलिटौकइंडिया’ नामक वाहिनी को दिए ४३ मिनटों के साक्षात्कार में वे ऐसा बोल रही थी । इसमें चाहत खन्ना ने फरहान मिर्जा से विवाह रचाने के उपरांत इस्लाम स्वीकार करना तथा पुनः घरवापसी करना, इसकी पूरी जानकारी दी ।
चाहत खन्ना ने वर्ष २००६ में उद्योजक भरत नरसिम्हानी से विवाह किया; परंतु तदनंतर उनका विवाहविच्छेद हुआ । तदुपरांत चाहत ने फरहान मिर्जा से विवाह किया । चाहत ने इस्लाम धर्म स्वीकार किया था । दोनों की २ बेटियां हैं । वर्ष २०१८ में चाहत ने फरहान से विवाहविच्छेद (डाइवोर्स) कर लिया था ।
चाहत खन्ना ने कहा,
‘१. मैं श्री कालीदेवी एवं श्रीकृष्ण की भक्त हूं । डाईवोर्स के उपरांत मेरे मूल धर्म में वापस आने के लिए मुझे लगभग ४-५ वर्ष लग गए, क्योंकि मेरा इस्लाम पर विश्वास है । मुझे आज भी इस्लाम की कुछ बातें अच्छी लगती हैं; (यही दिखाई देता है कि अब भी बुद्धिभेद का परिणाम चाहत खन्ना पर है, यदि कोई ऐसा कहता है, तो इसमें आश्चर्य कैसा ! – संपादक) परंतु तब भी मैंने अपने मूल स्रोत को अपना लिया । मैं स्वयं को भाग्यशाली मानती हूं ।
२. मैं भटक गई थी । जब छोटे होते हैं, तब ‘आप जो कर रही हैं, वह गलत है’, यदि कोई ऐसा कह दे, तो हम प्रभावित हो जाते हैं । तदुपरांत हम अनुचित मार्ग अपना लेते हैं । मेरे संदर्भ में भी ऐसा ही हुआ है; परंतु मैं पुनः सनातन में आई हूं ।’