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अमरावती (आंध्र प्रदेश) – तिरुपति मंदिर के प्रसाद के लड्डुओं में मछली का तेल, गोमांस एवम सूअर की चर्बी का उपयोग किए जाने का बात ज्ञात होने के बाद, आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए ‘सनातन धर्मरक्षण बोर्ड’ (मंडल) की स्थापना की मांग की है।
पिछली सरकार के कार्यकाल दौरान, तिरुपति बालाजी प्रसाद में पशु मेद (मछली का तेल, सूअर की चर्बी और बीफ़ वसा) मिलाए जाने की बात के संज्ञान में आने से हम सभी अत्यंत विक्षुब्ध हैं। तत्कालीन वाईसीपी (YCP) सरकार द्वारा गठित टीटीडी (TTD) बोर्ड को कई सवालों के जवाब देने होंगे! इस सन्दर्भ… https://t.co/SA4DCPZDHy
— Pawan Kalyan (@PawanKalyan) September 20, 2024
उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने आगे कहा कि:
१. तिरुपति बालाजी के प्रसाद में जानवरों की चर्बी (मछली का तेल, सूअर का मांस एवं गोमांस की चर्बी) मिलाई जा रही है, जिससे हम सभी अत्यधिक आहत हैं। तत्कालीन वाय. एस. आर. कांग्रेस सरकार द्वारा स्थापित ‘तिरुमला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड’ को कई प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। हमारी सरकार कठोर कार्यवाही करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह घटना मंदिरों की पवित्रता, भूमि के मुद्दों एवं अन्य धार्मिक परंपराओं से संबंधित कई समस्याओं पर प्रकाश डालती है।
२. अब समय आ गया है कि भारत में मंदिरों से संबंधित सभी प्रकरणों पर विचार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘सनातन धर्मरक्षण बोर्ड’ की स्थापना की जाए । इस विषय पर राष्ट्रीय स्तर पर सभी नीति-निर्माताओं, धर्मगुरुओं, न्यायपालिका, नागरिकों, मीडिया तथा अपने-अपने क्षेत्रों के अन्य सभी लोगों को चर्चा करनी चाहिए। सनातन धर्म का हो रहा अपमान रोकने के लिए हम सभी को एकजुट होना चाहिए ।