बकरी ईद के निमित्त हुई पशुहत्या का परिणाम
कारवार – हिन्दू समाज के लिए पवित्र भटकळ के कोकती सरोवर में रक्तमिश्रित पानी बह रहा है । बकरी ईद की पृष्ठभूमि पर कोकती शहर के आसपास के घरों से बकरियों तथा अन्य पशुओं का रक्त नाली से बहता हुआ पवित्र कोकती सरोवर के पानी में घुस गया है । धार्मिक स्थल से संबंधित कोकती सरोवर में रक्तमिश्रित पानी को देखकर हिन्दू समाज आक्रोशित हुआ है ।
Blood seepage due to the animal slaughtering on Bakri Eid pollutes the sacred Kokti lake water in Bhatkal, Karnataka.
👉 Environmentalist object Ganpati Murti Visarjan, labelling it a traditional act of water pollution.
Why aren’t they not seen now when there is literally a… pic.twitter.com/Gwv3mzbmHe
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) June 22, 2024
१. इस घटना का वीडियो सामाजिक माध्यमों में प्रसारित होने पर वहां हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता इकठ्ठा हुए । विशेषकर गौंड समुदाय के लिए पवित्र यह सरोवर मलिन करना हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करनेवाला है ।
२. इस घटना की जानकारी मिलते ही नगर परिषद के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे । गटर निर्मिती प्राधिकरण के अधिकारियों ने प्रथम सरोवर में बहता आ रहा पानी रोक लिया । तदुपरांत नाली में बह रहा रक्त मिश्रित पानी टैंकरों के द्वारा अन्यत्र फेंक दिया ।
३. अधिकारियों ने बताया कि, ‘इस मामले में आरोपियों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी ।’
हिन्दुओं के लिए पवित्र कोकती सरोवर
कोकती सरोवर के पास गौंड समाज का मंदिर है । गौंड समाज का प्रतिवर्ष यहां मेला लगता है । यहां के मंदिर में इस समाज के लोगों द्वारा प्रार्थना की जाती है । इसलिए मंदिर और उसके पास का यह सरोवर यहां के हिन्दुओं के लिए पूजनीय है ।
संपादकीय भूमिकागणेशोत्सव के समय हिन्दुओं द्वारा बहते पानी में श्री गणेशमूर्ति का विसर्जन करने से प्रदूषण होता है, ऐसी गर्जना करनेवाले कथित पर्यावरणवादी ऐसे समय कहां छिप जाते हैं ? |