लोकसभा के ४६ प्रतिशत सांसदों के विरुद्ध फौजदारी अपराधों की प्रविष्टियां !

१७० सांसदों के विरुद्ध पंजीकृत हैं, बलात्कार एवं हत्या जैसे गंभीर अपराध !

(प्रतिकात्मक छायाचित्र)

नई देहली – १८ वीं लोकसभा के ५४३ सांसदों में से २५१ अर्थात ४६ प्रतिशत सांसदों के विरुद्ध फौजदारी अपराध पंजीकृत हैं, ऐसी जानकारी ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रैटिक रिफॉर्म्स’ नामक संस्था द्वारा प्रकाशित विवरण (रिपोर्ट) में दी गई है । अब तक के इतिहास में यह आंकडें सर्वाधिक है ।

इस विवरण में कहा गया है कि,

१. २५१ सांसदों में से १७० लोगों के विरुद्ध बलात्कार एवं हत्या जैसे गंभीर अपराधों की प्रविष्टियां हैं ।

२. २७ सांसदों को भिन्न भिन्न न्यायालयों ने अपराधी प्रमाणित किया है ।

३. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के तीसरे मंत्रीमंडल में २८ मंत्रियों के विरुद्ध फौजदारी स्वरूप के अपराध प्रविष्ट है तथा उनमें से १९ लोगों के विरुद्ध हत्या का प्रयास, अपहरण, महिलाओं के संदर्भ में अपराध आदि गंभीर अपराधों की प्रविष्टियां हैं ।

४. केंद्रीय मंत्रीमंडल के ८० प्रतिशत केंद्रीय मंत्री स्नातक हैं । ११ मंत्री केवल १२ वीं कक्षा तक शिक्षित हैं।

५. केंद्रीय मंत्रीमंडल के ९८ प्रतिशत से अधिक मंत्रियों के पास करोडों रुपए की संपत्ति है ।

संपादकीय भूमिका 

क्या ऐसे सांसद कभी जनता को सुरक्षित एवं न्याय का प्रशासन दे सकेंगे ? क्या यह लोकतंत्र का दयनीय पराभव नहीं है ?