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नई देहली – नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण करेंगे । उनका शपथ ग्रहण समारोह ९ जून को राष्ट्रपति भवन में होगा । इस समारोह के लिए भारत के पडोसी श्रीलंका, मालदीव, सेशेल्स, बांग्लादेश, मॉरिशस, नेपाल, भूतान इत्यादि देशों के नेताओं को आमंत्रित किया गया है; परंतु पाकिस्तान की उपेक्षा की गई है । वर्ष २०१४ में नरेंद्र मोदी पहली बार प्रधानमंत्री बने, तब उन्होंने पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रहने का निमंत्रण दिया था; परंतु २०१९ में उन्होंने पाकिस्तान को आमंत्रित नहीं किया था । शपथ ग्रहण समारोह में ८ सहस्र महनीय व्यक्ति उपस्थित रहेंगे ।
देहली में कडी सुरक्षा व्यवस्था
१. देहली में कुछ महीनों पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर की ‘जी-२०’ परिषद आयोजित की गई थी । उसी प्रकार की उत्तम सुरक्षा व्यवस्था शपथ ग्रहण समारोह में रखी गई है । सुरक्षाव्यवस्था की देखरेख पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं ।
२. कडी सुरक्षा व्यवस्था रखने के लिए शहर १४४ धारा लागू की गई है । १० जून तक शहर में ड्रोन उडाने पर प्रतिबंध लगाया गया है ।
३. शपथ ग्रहण समारोह के दिन, अर्थात ९ जून को देहली में ‘नो फ्लायिंग जोन’ (हवाई यातायात पर प्रतिबंध) घोषित किया गया है । इसलिए इस दिन इस परिसर से कोई भी विमान, हेलिकॉप्टर आदि उडान नहीं भर सकेगा ।
४. सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस, राष्ट्रपति सुरक्षा रक्षक, गुप्तचर विभाग का पथक, सुरक्षा दल के ब्लैक कैट कमांडोज और एन्.डी.आर्.एफ्. पथक नियुक्त किए गए हैं ।