Britain Announced Aid to Ukraine : अमेरिका के मना करने के उपरांत ब्रिटेन ने यूक्रेन को २४,००० करोड रुपये की सहायता की घोषणा की !
यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने लंदन में ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टारमर से भेंटवार्ता की
यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने लंदन में ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टारमर से भेंटवार्ता की
रूस द्वारा युक्रेन पर आक्रमण को ३ वर्ष पूरे हो चुके हैं । इसमें न रूस को विजय मिली तथा न युक्रेन को पराजय ! अमेरिका की ओर से युक्रेन को प्रचंड मात्रा में आर्थिक एवं सैनिकी सहायता मिलने से वह युद्ध लड सका, यह सर्वविदित है ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान ओवल ऑफिस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात की। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प को पुनः राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी।
रूस का भारतीयों को वापस न भेजना भारत के साथ विश्वासघात है। सिर्फ अमेरिका ही नहीं, बल्कि भारत को अब रूस से भी सतर्क रहना चाहिए, यह समझ आता है !
२१ दिसंबर की सुबह, ८ यूक्रेनी ड्रोनों ने रूस के कज़ान शहर में ६ इमारतों पर हमला किया ।
रूस ने नागरिकों को स्पष्ट रूप से कहा है कि यदि वे अमेरिका अथवा युरोप के देशों में गए, तो अमेरिकी अधिकारी उन्हें बंदी बना सकते हैं अथवा नियंत्रण में ले सकते हैं । रूस समान ही अमेरिका ने भी अपनेे नागरिकों को सतर्क किया है ।
रुस-युक्रेन युद्ध के कारण १२५ देश ग्रसित हैं । युद्ध के कारण विकासशील देशों को महंगाई, अन्न, इंधन तथा उर्वरकों के बढते मूल्यों का सामना करना पड रहा है । पिछले कुछ सप्ताह से मैंने यूरोप के नेताओं को भी इस विषय में बोलते हुए सुना है ।
तीसरा महायुद्ध आरंभ हो गया है । अमेरिका ने युक्रेन काे रूस पर मिसाइल द्वारा आक्रमण करने हेतु अनुमति देकर यह आरंभ किया है । रूस के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव ने ऐसा वक्तव्य दिया है ।
रूस के साथ भारत के अच्छे संबंधों के कारण अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को लाभ हो रहा है । यदि भारत ने रूस से तेल न खरीदा होता तो विश्व बाजार पूरी तरह नष्ट हो गया होता ।
डोनाल्ड ट्रम्प ने यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमिर ज़ेलेंस्की से टेलीफोन पर चर्चा की। इस बातचीत में प्रसिद्ध उद्योगपति और ट्रम्प के सहयोगी एलन मस्क भी सम्मिलित हुए।