यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने लंदन में ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टारमर से भेंटवार्ता की

लंदन (ब्रिटेन) – यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच विवाद के अगले दिन ज़ेलेंस्की ब्रिटेन पहुंचे । वहां प्रधानमंत्री कीर स्टॉर्मर ने उनका स्वागत किया । स्टॉर्मर ने ज़ेलेंस्की को गले लगाया और उन्हें आश्वासन दिया कि ‘ब्रिटेन यूक्रेन के साथ दृढ़ता से खड़ा है।’ उन्होंने कहा कि आपको (ज़ेलेंस्की) हमेशा पूरे ब्रिटेन का समर्थन प्राप्त है । दोनों नेताओं के बीच बैठक के दौरान ब्रिटेन ने यूक्रेन को २.२६ अरब पाउंड (२४,८६३ करोड रुपये) का ऋण देने की घोषणा की । यूरोपीय देशों में जहां इस बात को लेकर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं कि यूक्रेन की सहायता के लिए क्या रणनीति अपनाई जाए, वहीं ब्रिटेन की सहायता को लेकर यूक्रेन में प्रसन्नता का वातावरण है ।
२ मार्च को लंदन में यूरोपीय देशों का शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ । इस शिखर सम्मेलन में फ्रांस, जर्मनी, डेनमार्क और इटली सहित तेरह देशों ने भाग लिया । इस अवसर पर नाटो (नाटो का पूरा नाम उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन है, जो विश्व भर के २९ देशों का एक सैन्य संगठन है) के महासचिव, यूरोपीय संघ और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष भी उपस्थित थे । नाटो महासचिव मार्क रूट ने ज़ेलेंस्की को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ संबंध सुधारने का सुझाव दिया है । जेलेंस्की को ट्रम्प द्वारा अब तक दिए गए समर्थन का सम्मान करना चाहिए । संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप को यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए कि यूक्रेन को भविष्य की शांति वार्ता के लिए पर्याप्त सुरक्षा सहायता मिले ।
यूक्रेन को समर्थन देने के सूत्र पर यूरोपीय संघ के भीतर मतभेद ।
यूक्रेन को समर्थन देने के सूत्र पर यूरोपीय संघ के भीतर भी मतभेद हैं । हंगरी के प्रधानमंत्री ओर्बन विक्टर ने ज़ेलेंस्की के विरुद्ध अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि बलवान लोग शांति चाहते हैं, कमजोर लोग युद्ध चाहते हैं । राष्ट्रपति ट्रम्प ने साहसपूर्वक शांति के लिए कदम उठाया है ।स्लोवाक के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको ने कहा कि हम यूक्रेन को आर्थिक और सैन्य सहायता नहीं देंगे; क्योंकि यूक्रेन सैन्य बल का प्रयोग करके कभी भी रूस को वार्ता की मेज पर लाने में सक्षम नहीं होगा ।