सर्वाेत्तम शिक्षा कौन-सी है ?
आधुनिक समाज की मान्यताओं एवं सामाजिक व्यवस्थाओं की पुष्टि करती हुई तदनुकूल शिक्षा का प्रचलन । इसलिए आधुनिक शिक्षा का रूप समझने के लिए आधुनिक समाज और उनकी मान्यताओं का अवलोकन आवश्यक है ।
आधुनिक समाज की मान्यताओं एवं सामाजिक व्यवस्थाओं की पुष्टि करती हुई तदनुकूल शिक्षा का प्रचलन । इसलिए आधुनिक शिक्षा का रूप समझने के लिए आधुनिक समाज और उनकी मान्यताओं का अवलोकन आवश्यक है ।
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की अभिनंदनीय कृति ! इस प्रकार के अभ्यासक्रम देश के अन्य विश्वविद्यालयों द्वारा भी चालू करना आवश्यक । इस प्रकार सच्चे अर्थ में नीतिमान और चरित्रसंपन्न पीढी निर्माण होगी !
आधुनिक युग की सबसे बडी समस्या यह है कि अधिकांश समाज आत्मा को जानता नहीं (या ठीक से नहीं जानता) और न ही इसे जानने की इच्छा रखता है ।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद की पांचवी कक्षा की ‘ब्लॉसम पार्ट-४’ नामक पाठ्यपुस्तक में बच्चों के मन को ईसा मसीह से प्रभावित करने का पाठ दिया गया है।
शिक्षा वही पूर्ण एवं सर्वोत्कृष्ट कहलाएगी जो मनुष्य के कुशलतापूर्वक निर्धारित, ध्येय पदार्थों को प्राप्त कराने का साधन हो ।