वैश्विक विद्रोह की आवश्यकता !
खालिस्तान के रूप में भारत का एक और विभाजन टालने के लिए हिन्दू एवं राष्ट्रनिष्ठ सिखों का वैश्विक विद्रोह आवश्यक !
खालिस्तान के रूप में भारत का एक और विभाजन टालने के लिए हिन्दू एवं राष्ट्रनिष्ठ सिखों का वैश्विक विद्रोह आवश्यक !
आज भारत की नीतियां भारत के बाहर के लोगों के दबाव के नीचे नहीं होती है । वह स्वतंत्र भारत है । भारत अब ‘तुम्हें किससे तेल लेना है ? और किससे नहीं ?’ यह उसे बतानेवाले देशों के दबाव में नहीं रहता है ।
बिना पाकिस्तान और चीन का नाम लिए यूक्रेन का परामर्श !
वर्ष २०१७ से २०२२ के दौरान भारत ने समझौते के संबंध में पांच बैठकें ली थीं । इनमें पाकिस्तान ने कभी भी भारत के सूत्र स्वीकार नहीं किए । इसी कारण भारत ने पाकिस्तान को नोटिस भेजी थी ।