वर्ष २०२२ में कश्मीर में १७२ आतंकवादी मारे गए !

यद्यपि कश्मीर में प्रतिवर्ष १०० से अधिक आतंकवादी मारे जाते हैं, तब भी पाकिस्तान में उनकी निर्मिति चलती ही रहती है । इसलिए कश्मीर में आतंकवाद नष्ट नहीं होता । अत: उसे जड से नष्ट करने हेतु पाकिस्तान को नष्ट करना आवश्यक है !

कश्मीर में ३ आतंकवादी मारे गए !

कश्मीर में जिहादी आतंकवाद तब तक नहीं मिटेगा जब तक कि आतंकवादियों के जन्म देनेवाले पाकिस्तान को नष्ट नहीं किया जाता !

मैं कश्मीर जाकर रहूंगा तथा उसके उपरांत हिन्दुओं को भी वहां बसाऊंगा ! – जितेंद्र त्यागी ने की घोषणा

जितेंद्र त्यागी ने कहा कि कुछ जिहादी आतंकी संगठन पाकिस्तान की सहायता से कश्मीर में हिन्दुओं को धमकाने का प्रयास कर रहे हैं । इस विषय में मेरा कुछ विचारकों तथा हिन्दू संगठनों से संवाद चल रहा है ।

इस्लामी देशों के संगठन के महासचिव पाकव्याप्त कश्मीर की यात्रा पर !

वर्तमान में इस्लामी देशों में अनेक समस्याएं भयभीत कर रही हैं । उनके हल निकालने की अपेक्षा कश्मीर समस्या पर ध्यान देनेवाले इस्लामी देशों के संगठन को समझ में आए, भारत को ऐसी भाषा में उत्तर देना आवश्यक है !

कश्मीर को अविभाज्य भाग बनाने में भारत सफल ! – अल कायदा का क्रोध

अल कायदा द्वारा प्रसारित नियतकालिक में कहा गया है कि भारत सरकार की कश्मीर नीति सफल प्रमाणित हुई है तथा इसके लिए अल कायदा ने पाकिस्तान को दोषी ठहराया है ।

कश्मीर में ३ आतंकवादी मारे गए

ऐसे कितने ही आतंकवादी मारे जाएं, फिर भी उनका निर्माता पाकिस्तान और कश्मीर की जिहादी मानसिकता को जब तक कुचला नहीं जाता, तब तक वहां का आतंकवाद नष्ट नहीं होगा !

बिहार में सातवीं कक्षा की परीक्षा की प्रश्नपत्रिका में कश्मीर का अलग देश के रूप में उल्लेख

राष्ट्रप्रेमी नागरिकों का अपेक्षा है कि वे ऐसी घटना को मानवीय भूल समझकर दुर्लक्ष किए बिना इस प्रश्न-पत्र को तैयाऱ करने वाले शिक्षक की मानसिकता पर नियंत्रण रखें !

शोपिया (जम्मू-कश्मीर) में आतंकवादियों ने ग्रेनेड फेंककर २ हिन्दू मजदूरों की हत्या कर दी

कश्मीर में जिहादी आतंकवाद चालू होने के ३३ वर्षों उपरांत भी वहां हिन्दू अभी भी असुरक्षित हैं, यह अभी तक की सभी पार्टियों की सरकारों के लिए लज्जास्पद ! यह स्थिति हिन्दू राष्ट्र को अपरिहार्य करती है !

‘जब तक जम्मू-कश्मीर को न्याय नहीं मिलता, तब तक कश्मीरी हिन्दुओं की हत्या होती ही रहेगी !’ – फारुख अब्दुल्ला

कश्मीर से हिन्दुओं का वंशसंहार करना, यही जिहादी आतंकवादी और कश्मीर के जिहादियों का लक्ष्य है । इसी से वे पिछले ३० वर्षों से हिन्दुओं को लक्ष्य बना रहे हैं । तो भी उस पर से ध्यान हटाकर अलग ही सूत्र रखने का प्रयास अब्दुल्ला जैसे कश्मीरी मुसलमान नेता कर रहे हैं, यह इससे ध्यान में आता है !

आतंकवादियों से लडते समय २ गोलियां लगने पर भी पीछे न हटने वाला भारतीय सेना का ‘झूम’ नामक श्वान !

जिहादी आतंकवादियों के साथ हुई मुटभेड में भारतीय सेना का ‘झूम’ नामक एक श्वान घायल हो गया । २ गोलियां लगने के उपरांत भी वह आतंकवादियों से लडता रहा ।