किशनगंज (बिहार) – जिले में कश्मीर से संबंधित एक विवादास्पद प्रकरण सामने आया है । सातवीं कक्षा की परीक्षा की प्रश्नपत्रिका में कश्मीर का अलग देश के रूप में उल्लेख किया गया है । अब इस प्रकरण पर विवाद बढता जा रहा है । यहां के एक विद्यालय के प्रधानाध्यापक एस्.के. दास ने इसे मानवीय चूक कहा । उन्होंने बताया कि बिहार शिक्षा विभाग ने इस चूक का ध्यान दिलाया । प्रश्नपत्रिका में ‘कश्मीर के लोगों को क्या बोलते हैं ?’, यह प्रश्न पूछा गया था; परंतु उसे इस प्रकार अनुचित पद्धति से पूछा गया कि कश्मीर देश के लोगों को क्या बोलते हैं ? यह एक मानवीय चूक थी । (राष्ट्रप्रेमी नागरिकों का अपेक्षा है कि वे ऐसी घटना को मानवीय भूल समझकर दुर्लक्ष किए बिना इस प्रश्न-पत्र को तैयार करने वाले शिक्षक की मानसिकता पर नियंत्रण रखें ! – संपादक)
#Bihar: Class 7 question paper frames #Kashmir and #India as two separate countrieshttps://t.co/jgI9ze7YyG
— Take One (@takeonedigital) October 19, 2022
१. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से सातवीं कक्षा की छमाही परीक्षा में विवादित प्रश्न पूछा गया था कि निम्न देशों के लोगों को क्या कहते हैं ? उसके नीचे दिए विकल्पों में चीन, नेपाल, इंग्लैंड, भारत एवं कश्मीर ये विकल्प दिए गए थे । (ऐसी प्रश्नपत्रिका बनानेवाले शिक्षक बच्चों को कक्षा में क्या सिखाते होंगे, इस पर विचार न करना ही अच्छा ! – संपादक)
२. किशनगंज में सातवीं कक्षा की प्रश्नपत्रिका में कश्मीर को अलग देश बताए जाने से भाजपा ने राज्य सरकार की आलोचना की । भाजपा प्रदेशाध्यक्ष संजय जईसवाल ने कहा, कि बिहार सरकार तथा बिहार सरकार के अधिकारी कश्मीर को भारत का अंग नहीं मानते, यह इससे प्रमाणित होता है ।