पूर्वजों के कष्‍ट दूर होने हेतु पितृपक्ष में नामजप, प्रार्थना और श्राद्धविधि करें !

‘आजकल अनेक साधकों को अनिष्‍ट शक्‍तियों के कष्‍ट हो रहे हैं । पितृपक्ष के काल में (२ से १७ सितंबर २०२० की अवधि में) इन कष्‍टों के बढने से इस अवधि में प्रतिदिन न्‍यूनतम १ घंटा ‘ॐ ॐ श्री गुरुदेव दत्त ॐ ॐ’ नामजप करें ।

‘हिन्‍दी कौनसी ? संस्‍कृतनिष्‍ठ हिन्‍दी अथवा फारसीनिष्‍ठ ‘हिन्‍दुस्‍तानी’ ?’

वर्तमान में हमारे द्वारा उपयोग में लाई जानेवाली हिन्‍दी, शुद्ध नहीं; वह अरबी-फारसी-उर्दू-मिश्रित हिन्‍दी भाषा है । विदेशियों ने स्‍थूल आक्रमण के उपरांत भाषा पर आक्रमण किया ।

क्‍या बीती कश्‍मीरी हिन्‍दुओं पर ?

एक परिवार के लिए एक ही झोपडी; ४ हजार लोगों के लिए एक ही शौचालय; अन्‍न, जल इत्‍यादि मूलभूत सुविधाओं का अभाव !
…ऐसी स्‍थिति में कश्‍मीरी शरणार्थी यातनाओं से भरा जीवन जी रहे हैं !

हिन्‍दू जनजागृति समिति और सनातन संस्‍था का ‘राष्‍ट्रध्‍वज का सम्‍मान करें’ अभियान !

वाराणसी (उ.प्र.) – सनातन संस्‍था की ओर से स्‍वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश में विशेष बालसंस्‍कार सत्‍संग का ‘ऑनलाइन’ आयोजन किया गया ।

स्‍थानीय लोगों द्वारा विरोध करने से एक राज्‍य के एक धर्माभिमानी ने ‘अखिल भारतीय हिन्‍दू राष्‍ट्र अधिवेशन’ में सम्‍मिलित होना रद्द किया !

यह है धर्मांध ईसाईयों की उद्दंडता ! इससे ‘प्रेम एवं शांति’ की बातें करनेवाले धर्मांधों का वास्‍तविक चेहरा सामने आता है ! ऐसे धर्मांध ईसाई भारत की अखंडता के लिए संकट हैं, यह समझें !

तनावमुक्‍त आनंदमय जीवन हेतु युवा स्‍वसूचना एवं अध्‍यात्‍म की ओर बढेें ! – सद़्‍गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे, राष्‍ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्‍दू जनजागृति समिति

ग्‍वालियर (म.प्र) – ‘‘कोरोना महामारी के कारण पढाई, नौकरी को लेकर युवाओं के मन में भविष्‍य की चिंता होना स्‍वाभाविक है । तनाव के कारण शारीरिक रोगों के साथ हमारे पढाई और दिनचर्या पर भी परिणाम होता है ।

गणेश चतुर्थी निमित्त विशेष बालसंस्‍कार सत्‍संग का ऑनलाइन आयोजन

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – यहां पर सनातन संस्‍था वाराणसी की ओर से गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर ९ से १३ वर्ष की आयुवर्ग के बच्‍चों के लिए भगवान गणेश से संबंधित धर्मशास्‍त्र पर आधारित ऑनलाइन बालसंस्‍कार सत्‍संग का आयोजन किया गया ।

‘आपातकाल और उसके लिए आवश्‍यक तैयारी’ विषय पर हिन्‍दू जनजागृति समिति की ओर से ‘ऑनलाइन बैठक’ के माध्‍यम से जागृति

देहली – आज संपूर्ण विश्‍व अनपेक्षित रूप से फैली कोरोना महामारी का दंश झेल रहा है; परंतु सनातन हिन्‍दू धर्म के द्रष्‍टा संतों ने आपातकाल के संदर्भ में पहले ही सबकुछ लिखकर सूचित किया है ।

‘ऑनलाइन’ अध्‍यात्‍मप्रसार

धर्मप्रेमी श्री. राधेश्‍यामजी से संपर्क करने पर उन्‍होंने कहा, ‘‘सत्‍संग एवं बच्‍चों के लिए बालसंस्‍कार वर्ग की बहुत आवश्‍यकता है; इसलिए आप मुझे उसकी भी लिंक भेजते रहिए ।’’ मुझे सनातन धर्म की सब जानकारी अच्‍छी लगती है ।’’ 

हिन्‍दू धर्म की रक्षा हेतु समर्पित जीवन जीनेवाली और निर्भीकता से सत्‍य कथन करनेवाली चेन्‍नई की उमा आनंदन् (आयु ६५ वर्ष) ६३ प्रतिशत आध्‍यात्मिक स्‍तर प्राप्‍त कर जन्‍म-मृत्‍यु के चक्र से हुईं मुक्‍त !

चेन्‍नई (तमिलनाडु) – १०.८.२०२० को ‘ऑनलाइन’ नवम ‘अखिल भारतीय हिन्‍दू राष्‍ट्र अधिवेशन’ में तमिलनाडु के हिन्‍दू कार्यकर्ताआें ने परिचर्चा में भाग लिया । इस परिचर्चा में हिन्‍दू मक्‍कल कच्‍छी के श्री. अर्जुन संपथ, टेम्‍पल वरशिपर्स सोसाइटी की उपाध्‍यक्षा उमा आनंदन् एवं श्रीमती अर्चना, आरटीआई कार्यकर्ता श्री. श्रीकुमार, अधिवक्‍ता पला संतोष, हिन्‍दू यूथ फोरम और हिन्‍दू … Read more