वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – यहां पर सनातन संस्था वाराणसी की ओर से गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर ९ से १३ वर्ष की आयुवर्ग के बच्चों के लिए भगवान गणेश से संबंधित धर्मशास्त्र पर आधारित ऑनलाइन बालसंस्कार सत्संग का आयोजन किया गया । इस सत्संग में बच्चों को गणेश चतुर्थी, तीज व ऋषि पंचमी मनाने के पीछे का धर्मशास्त्र, पूजन की पद्धति तथा सनातन संस्था-निर्मित गणेश एक संबंधी जानकारी दी गई । इसके उपरांत प्रश्नोत्तरी ली गई । उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले की युवा साधिका कु. कोमल विश्वकर्मा तथा कु. श्रेया विश्वकर्मा ने विषय रखा । बिहार के समस्तीपुर की युवा साधिका कु. रूपम चौरसिया तथा सोनपुर की कु. शिवांगी श्रीवास्तव ने बच्चों को संबोधित किया ।
इसमें बिहार राज्य के समस्तीपुर, गया, मुजफ्फरपुर, पटना इत्यादि तथा उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, लखनऊ, सुलतानपुर, गाजीपुर, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, भदोही, अयोध्या जिले से कुल ७० बच्चे सम्मिलित हुए । बच्चों ने बताया कि इस सत्संग के कारण उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला ।
क्षणिकाएं
१. अभिभावकों ने बताया कि बच्चे उत्साह से बही पेन लेकर बैठते हैं । प्रश्नोत्तरी का सत्र उन्हें बहुत अच्छा लगता है । उन्हें बहुत अच्छी जानकारी मिलने के कारण उनके ज्ञान में वृद्धि हुई है, ऐसे कार्यक्रम का आयोजन प्रत्येक त्योहार पर होने से बहुत सीखने को मिलेगा ।
विषय लेने के कारण युवा सत्संग की साधिकाओं का भी आत्मविश्वास बढा है ।
२. कार्यक्रम से प्रेरित होकर युवा साधिका कु. योगमाया पांडेय ने अयोध्या में अपने ९ परिजनों को गणेश चतुर्थी का विषय बताया । साथ ही उन्हें गणेश स्तोत्र और नामजप का महत्त्व बताया ।