‘ऑनलाइन’ अध्‍यात्‍मप्रसार

फरीदाबाद के ‘‘प्रोफाइल’ सदस्‍यों द्वारा
हिन्‍दू जनजागृति समिति के ‘ऑनलाइन प्रसार’ का अच्‍छा प्रत्‍युत्तर

फरीदाबाद (हरियाणा) – लोकमान्‍य टिळक के १०० वें स्‍मृतिदिन के उपलक्ष्य में हिन्‍दू जनजागृति समिति के कार्यकर्ता ने अपने स्‍टेटस पर एक ‘पोस्‍ट’ रखी थी । उस ‘पोस्‍ट’ को देखकर धर्मप्रेमी श्री. नरेंद्र सिंह ने भी अपने स्‍टेटस पर यह ‘पोस्‍ट’ रखी । श्री. सिंह की रुचि को देखकर उन्‍हें हिन्‍दी पाक्षिक ‘सनातन प्रभात’ की ‘पीडीएफ’ प्रति भेजी गई । तत्‍पश्‍चात श्री. नरेंद्र सिंह ने अपने वॉट्‍स एप स्‍टेटस पर पाक्षिक ‘सनातन प्रभात’ में प्रकाशित एक बांग्‍ला हिन्‍दू युवती के बांग्‍लादेशी जिहादी आतंकी बनने के समाचार की ‘पोस्‍ट’ रखी ।

सनातन धर्म के प्रति श्रद्धा रखनेवाले धर्मप्रेमी श्री. राधेश्‍यामजी

धर्मप्रेमी श्री. राधेश्‍यामजी से संपर्क करने पर उन्‍होंने कहा, ‘‘सत्‍संग एवं बच्‍चों के लिए बालसंस्‍कार वर्ग की बहुत आवश्‍यकता है; इसलिए आप मुझे उसकी भी लिंक भेजते रहिए ।’’ मुझे सनातन धर्म की सब जानकारी अच्‍छी लगती है ।’’

फरीदाबाद के एक जिज्ञासु ने व्‍यवसाय के माध्‍यम से अध्‍यात्‍मप्रसार करने की तैयारी दर्शाई !

फरीदाबाद (हरियाणा) – यहां के एक जिज्ञासु ने सनातन के सात्त्विक उत्‍पादों की बिक्री के लिए सनातन की ‘हेेल्‍पलाइन’ से संपर्क किया । तब उनसे साधना एवं ‘ऑनलाइन’ सत्‍संंग के संदर्भ में पूछने पर उन्‍होंने कहा, ‘‘आजकल कोरोना के कारण नौकरी की भी आश्‍वस्‍तता नहीं रही । अब मुझे पैसे अर्जित करने हैं । आपके पास धनप्राप्‍ति के लिए कोई जप हो, तो बताएं ।’’ तब उन्‍हें व्‍यावहारिक लाभ की अपेक्षा साधना का महत्त्व बताकर ‘कुलदेवता’ और ‘श्री गुरुदेव दत्त’ नामजप बताया गया ।
उन्‍होंने कहा, ‘‘मेरा एक छोटा सा व्‍यवसाय है । उसमें जयपुर की कई गृहिणियां कार्यरत हैं । काम के संदर्भ में उनके साथ मेरी ‘ऑनलाइन’ बैठकें होती रहती हैं । उसमें आप भी २० मिनट साधना का विषय बताएं, जिससे उन्‍हें भी साधना का लाभ मिले । साथ ही आप उन्‍हें संस्‍था के सात्त्विक उत्‍पादों के संदर्भ में बताएं । तथा मुझे ‘ऑनलाइन’ सत्‍संग की लिंक्‍स भेजें । बालसंस्‍कारवर्ग की दृश्‍यश्रव्‍य-चक्रिका को मेरे चलितभाष के द्वारा दूरदर्शन से जोडा जा सकता है । इससे मेरे घरवालों को भी लाभ मिलेगा ।’’