‘जकात’ की ‘नाकाबंदी’ करें !

किसी व्‍यक्‍ति का किसी विषय में अच्‍छा अध्‍ययन है; पर उसकी मानसिकता ठीक नहीं होगी, तो वह उस ज्ञान का दुरुपयोग ही करेगा । इसी दृष्‍टि से, मुसलमान विद्यार्थियों को भारतीय प्रशासनिक सेवाआें में भरती होने के लिए छात्रवृत्ति और प्रशिक्षण देनेवाली ‘जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया’ नामक संस्‍था की ओर देखना चाहिए ।

मादक पदार्थ लिए बिना दक्षिण के चित्रपट समाज की मेजबानी होती ही नहीं !- तमिल अभिनेत्री माधवी लता का दावा

दक्षिण के चित्रपट समाज में (‘टॉलिवुड में) अनेक बडे कलाकार मादक पदार्थ का सेवन करते हैं । यहां ऊंचे लोगों का कोई भी कार्यक्रम (पार्टी) मादक पदार्थ लिए बिना पूर्ण नहीं होता ।

काशी विश्वनाथ मंदिर के सामने स्थित ज्ञानवापी मस्जिद के पास खुदाई में मंदिर के अवशेष मिले !

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – यहां के प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर के सामने स्थित ज्ञानवापी मस्जिद के पास की जा रही खुदाई में प्राचीन मंदिर के अवशेष मिले हैं । बताया जा रहा है कि ये अवशेष १५ वीं अथवा १६ वीं शताब्दी के हैं ।

जिहाद समर्थक डॉ. जाकिर नाइक, अकबरुद्दीन ओवैसी जैसे धार्मिक द्वेष फैलानेवालों के ‘फेसबुक पेज’ पर रोक क्‍यों नहीं ?

भाग्‍यनगर के भाजपा के विधायक और प्रखर हिन्‍दुत्‍वनिष्‍ठ टी. राजासिंह के ‘फेसबुक पेज’ पर रोक लगाकर फेसबुक ने भारत की ‘भाषण स्‍वतंत्रता’ पर ही रोक लगाई है ।

‘फेसबुक’ द्वारा सनातन संस्था के ‘फेसबुक’ खाते के ५ पृष्ठ और ‘इंस्टाग्राम’के २ खातों पर प्रतिबंध !

‘फेसबुक’ द्वारा प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ तथा भाजपा विधायक टी. राजासिंह, जिनका फेसबुक पेज ही नहीं था, उसपर प्रतिबंध लगानेवाले फेसबुक ने सनातन संस्था के अधिकृत ५ ‘फेसबुक पेजेस’ (पृष्ठ) और २ ‘इंस्टाग्राम’ खातोंपर प्रतिबंध लगाया है ।

‘महर्षि अध्‍यात्‍म विश्‍वविद्यालय’ की ओर से पूरे भारत में प्रस्‍तावित औषधीय वनस्‍पतियों के रोपण में सहायता करें !

आपदाआें का सामना करने की दृष्‍टि से ‘महर्षि अध्‍यात्‍म विश्‍वविद्यालय’ की ओर से शीघ्र ही पूरे भारत में औषधीय वनस्‍पतियों के रोपण की योजना आरंभ हुई है ।

आपातकाल में जीवनरक्षा हेतु आवश्यरक पूर्वतैयारी

आपातकालीन लेखमाला के इस लेख में हम परिवार के लिए आवश्‍यक नित्‍योपयोगी वस्‍तुआें के विषय में समझेंगे । ये वस्‍तुएं कौन-सी हैं, ऋतुआें के अनुरूप आवश्‍यक वस्‍तुएं, सुरक्षा के लिए आवश्‍यक वस्‍तुएं आदि के विषय में इस लेख में जानकारी दी गई है ।

जलप्रलय की दृष्टि से भौतिक स्तर पर कौनसी तैयारियां करनी चाहिए ?

वर्षा ऋतु में अतिवृष्‍टि होने से जलप्रलय आता है । अन्‍य ऋतुआें में में भी बादल फटने से जलप्रलय आ सकता है । ‘भविष्‍य में ऐसी स्‍थिति कब उत्‍पन्‍न हो सकती है, यह बताना संभव नहीं है । इसलिए बाढग्रस्‍त क्षेत्र के नागरिकों को किस प्रकार तैयारियां करनी चाहिए, इसके संदर्भ में आगे मार्गदर्शक आलेख दिए गए हैं ।

अधिक अथवा ‘पुरुषोत्तम मास’ का महत्त्व, इस अवधि में किए जानेवाले व्रत, पुण्य कारक कृत्य और इन्हें करने का अध्यात्मशास्त्र !

अधिक मास में सूर्य किसी भी राशि में संक्रमण नहीं करता अर्थात अधिक मास में सूर्य संक्रांति नहीं होती । इस कारण चंद्र और सूर्य की गति में अंतर पडता है और वातावरण में भी ग्रहणकाल की भांति बदलाव आते हैं ।

अधिक मास/मलमास के निमित्त निरंतर धर्मप्रसार का कार्य करनेवाले सनातन के आश्रमों को अन्नदान कर पुण्यसंचय के साथ ही आध्यात्मिक लाभ भी प्राप्त करें !

‘१८.९.२०२० से १६.१०.२०२० की अवधि में ‘अधिक मास’ (मलमास) है । इस महीने में नाम, सत्‍संग, सत्‍सेवा, त्‍याग, दान आदि का अधिक महत्त्व होता है । इस महीने में दान करने से अधिक गुना फल मिलता है । इसलिए अनेक लोग अन्‍नदान, वस्‍त्रदान और  ज्ञानदान करते हैं । दान पापनाशक है तथा वह पुण्‍यबल की प्राप्‍ति करवाता है ।