‘ऑनलाइन’ अध्यात्मप्रसार
धर्मप्रेमी श्री. राधेश्यामजी से संपर्क करने पर उन्होंने कहा, ‘‘सत्संग एवं बच्चों के लिए बालसंस्कार वर्ग की बहुत आवश्यकता है; इसलिए आप मुझे उसकी भी लिंक भेजते रहिए ।’’ मुझे सनातन धर्म की सब जानकारी अच्छी लगती है ।’’
धर्मप्रेमी श्री. राधेश्यामजी से संपर्क करने पर उन्होंने कहा, ‘‘सत्संग एवं बच्चों के लिए बालसंस्कार वर्ग की बहुत आवश्यकता है; इसलिए आप मुझे उसकी भी लिंक भेजते रहिए ।’’ मुझे सनातन धर्म की सब जानकारी अच्छी लगती है ।’’
चेन्नई (तमिलनाडु) – १०.८.२०२० को ‘ऑनलाइन’ नवम ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ में तमिलनाडु के हिन्दू कार्यकर्ताआें ने परिचर्चा में भाग लिया । इस परिचर्चा में हिन्दू मक्कल कच्छी के श्री. अर्जुन संपथ, टेम्पल वरशिपर्स सोसाइटी की उपाध्यक्षा उमा आनंदन् एवं श्रीमती अर्चना, आरटीआई कार्यकर्ता श्री. श्रीकुमार, अधिवक्ता पला संतोष, हिन्दू यूथ फोरम और हिन्दू … Read more
वाराणसी (उत्तर प्रदेश) – यहां की सनातन संस्था की साधिका श्रीमती दुर्गा चौबे ने समष्टि भाव, लगन, स्वअनुशासन आदि गुणों के कारण ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त किया । यह आनंद वार्ता वाराणसी के सेवाकेंद्र में २५ अगस्त को फलक पर लिखकर घोषित की गई । इस समय पू. नीलेश सिंगबाळजी ने उनका … Read more
पू. श्रीमती सुनीता खेमकाजी ने घोषित किया कि सनातन की साधिका श्रीमती बिपाशा प्रमाणिक ने ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर प्राप्त किया है । यह आनंद वार्ता सुनकर सभी साधकों की भावजागृति हुई ।
‘चीन-पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडॉर’ (सीपीईसी – चीन-पाक आर्थिक महामार्ग) की आड में चीन और पाकिस्तान जैविक अस्त्र बना रहे हैं । पिछले ५ वर्षाें से इस पर काम चल रहा है ।
कोरोना के कारण मंदिरों की आय बाधित होने से त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड ने शबरीमला मंदिर का सोना रिजर्व बैंक के पास गिरवी रखकर उस पर मिलनेवाले ब्याज की सहायता से मंदिरों का नियमित खर्चा चलाने का निर्णय लिया है ।
इमाम सुफयान खलीफा ने एक वीडियो प्रसारित कर यह वक्तव्य दिया है कि मुसलमानों के लिए कोरोना का टीका लेना हराम है ।
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था आईएसआई ने भारत में हिन्दुत्ववादी नेताओं के साथ-साथ भाजपा और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के नेताओं को निशाना बनाने का षड्यंत्र रचा है ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर महीने को पूरे देश में ‘पोषण मास’ के रूप में मनाया जाएगा, ३० अगस्त को मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में उन्होंने यह घोषणा की ।
१४ जुलाई को डाक्टर द्वारा मृत घोषित करने के उपरांत ताईवान के तिब्बती बौद्ध विद्वान गेशे ग्यात्से को बौद्ध धर्म की दुर्लभ ध्यानावस्था ‘थुकडम’ में प्रवेश करते हुए ध्यान में आया है ।