सितंबर महीना ‘पोषण मास’ के रूप में मनाया जाएगा ! – प्रधानमंत्री

नई देहली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सितंबर महीने को पूरे देश में ‘पोषण मास’ के रूप में मनाया जाएगा, ३० अगस्त को मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ में उन्होंने यह घोषणा की । यह इस कार्यक्रम का ६८वां भाग था ।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि पोषण (न्यूट्रिशन) का अर्थ केवल हम क्या खाते हैं ?, कितना खाते हैं और कितनी बार खाते हैं, ऐसा नहीं होता । इसका वास्तविक अर्थ हमारे शरीर को कितना आवश्यक पोषक आहार मिल रहा है, इसे देखना होता है । हमारे में एक कहावत है ‘यथा अन्नम् तथा मन्नम्’ अर्थात ‘जैसा हमारा अन्न होता है, उस प्रकार हमारा मानसिक और बौद्धिक विकास होता है’ अतः हमारे पोषक आहार का बडा महत्त्व है ।

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘भारतीय कृषि कोष’ बनाने की बात बताई । इसमें देश के प्रत्येक जनपद में कौन से अनाज की उपज होती है आदि पूरी जानकारी दी जाएगी । इसके अतिरिक्त उन्होंने अपने भाषण में छोटे बच्चों के लिए तैयार किए जानेवाले अधिकाधिक खिलौने स्वदेशी बनावटवाले हों, यह मत व्यक्त करते हुए उन्होंने यह विश्वास भी व्यक्त किया कि भविष्य में हमारा भारत देश खिलौना बनानेवाला केंद्र बन सकता है ।