देहली तथा एन सी आर में नवरात्रि एवं दशहरे के उपलक्ष्य में ऑनलाइन प्रवचन संपन्न !
दशहरे के ऐतिहासिक व आध्यात्मिक महत्त्व के बारे में उपस्थित लोगों का देहली की साधिका कु. टुपुर भट्टाचार्य ने मार्गदर्शन किया । इस समय मानस पूजा भी करवाई गई ।
दशहरे के ऐतिहासिक व आध्यात्मिक महत्त्व के बारे में उपस्थित लोगों का देहली की साधिका कु. टुपुर भट्टाचार्य ने मार्गदर्शन किया । इस समय मानस पूजा भी करवाई गई ।
हिन्दू जनजागृति समिति का ‘हलाल मुक्त दिवाली’ अभियान
देश की राजधानी में यह स्थिति होगी, तो अन्य राज्यों और शहरों की स्थिति क्या होगी, इसकी कल्पना आती है !
वेबिनार रद्द करना, यह ऊपर ऊपर की उपाययोजना हुई । ऐसे काम करने वालों को कारागृह में डालना आवश्यक !
मूल रूप से सरकार को ऐसा करना चाहिए एवं ऐसे सामाजिक माध्यमों के लिए कठोर कानून बनाना चाहिए, ताकि कोई भी हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करने का साहस न करें !
किसी के साथ हुए अन्याय पर ध्यान देना, कोर्ट के लिए अच्छा है । इसके साथ ही, न्यायालय संपूर्ण भारत में धर्मांधों द्वारा हिन्दुओं पर किए जा रहे अत्याचारों, लव जिहाद आदि को भी संज्ञान में लेकर हिन्दुओं को न्याय दिलाएं, ऐसी हिन्दुओं की अपेक्षा है !
यह सरकार को क्यों बताना पडता है ? सरकार को अब तक स्वयं ही प्रयास करने चाहिए थे, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !
बांग्लादेश सरकार अपनी लज्जा बचाए रखने के लिए इस प्रकार का असत्य दावा कर रही है, यह बताने के लिए किसी विशेषज्ञ की आवश्यकता नहीं है । जो विश्व ने देखा है, उसे सीधे अस्वीकार करना असत्यता ही है । हिन्दुओं को लगता है, कि भारत को विश्व समिति से इसकी जांच की मांग करनी चाहिए, जिससे सत्य संसार के सामने आ जाएगा !
भारत में रहकर पाक का विजय उत्सव मनानेवालों को सरकार पाक में क्यों नही भेज देती ?
हिन्दुओं को सहायता करने के लिए प्रमाणिक रुप से प्रयास करने वाली तस्लिमा नसरीन का यह विचार अच्छा होगा, तो भी बांगलादेश में हिन्दुओं पर हुए आक्रमणों के लिए हिन्दुओं द्वारा दिवाली में दिए बंद करने की अपेक्षा सरकार पर दबाव निर्माण करना आवश्यक है !