कश्मीर में दो सिख युवतियों का बलपूर्वक धर्म परिवर्तन

कश्मीर के बडगाम और श्रीनगर से दो सिख युवतियों  का अपहरण कर  उनका  इस्लाम में धर्म परिवर्तन करने की घटनाएं घटी हैं ।

अश्लीलता का प्रचार करनेवाली भारतीय चलचित्र सृष्टि का अनुसरण करना पाकिस्तानी चलचित्र निर्माताओं को बंद कर देना चाहिए ! -पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान

पाकिस्तानी चलचित्र सृष्टि ‘हॉलीवुड’ एवं भारतीय चलचित्र सृष्टि से अत्यधिक प्रभावित हुई है । अश्लीलता का आरंभ हॉलीवुड में हुआ था ।  तत्पश्चात वह भारतीय चलचित्र सृष्टि में पहुंची एवं वहां से वह पाकिस्तान आ गई ।

भारत के ‘अग्नि प्राइम’ क्षेपणास्त्रों (मिसाइल) का सफल परीक्षण

भारत ने २ सहस्र किलोमीटर तक मारने की क्षमतावाले ‘अग्नि प्राइम’ क्षेपणास्त्र का २८ जून को यहां सफल परीक्षण किया है ।

पुलवामा (जम्मू-कश्मीर) में आतंकवादियों द्वारा भूतपूर्व पुलिस अधिकारी, उनकी पत्नी एवं पुत्री की हत्या

कश्मीर में जिहादी आतंकवाद नष्ट नहीं हुआ है, यही भारत को आतंकवादी दिखा रहे हैं ।  उसे नष्ट करने के लिए उनके पोषणकर्ता पाकिस्तान को नष्ट करें !

हिन्दू-विरोधी संचार माध्यमों के षड्यंत्र के विरुद्ध धर्माभिमानियों का #Hinduphobic_Media ट्विटर ट्रेंड !

वह राष्ट्रीय ट्रेंड में ५ वें स्थान पर था । इस पर ३६ सहस्र से अधिक ट्वीट किए गए ।

जम्मू हवाई अड्डे के पास भारतीय लडाकू हेलिकॉप्टरों को लक्ष्य बनाकर जिहादी आतंकवादियों द्वारा ड्रोन से बमबारी !

२६ जून की देर रात २ बजे के आसपास, ड्रोन की सहायता से ५ किमी की दूरी से दो बम फेंके गए । बम हेलीकॉप्टर पर न गिरते हुए भवन पर गिरे, जिससे बडी हानि टली ; ऐसा बताया गया है ।

राष्ट्रपति की रेल से यात्रा से यातायात बाधित होने के कारण बीमार महिला की चिकित्सालय न पहुंचने के कारण मृत्यु !

‘भारतीय उद्योग संघ’ की कानपुर शाखा की अध्यक्षा ५० वर्षीय वंदना मिश्रा यातायात अवरोध के कारण चिकित्सालय नहीं पहुंच सकीं । इसलिए, उनका देहांत हो गया ।

पश्चिम बंगाल से रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकाला जाए ! – उच्चतम न्यायालय में याचिका 

याचिका में यह भी मांग की गई है, कि केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार को एक वर्ष के भीतर सभी घुसपैठियों को बाहर निकालने की समय सीमा दी जाए ।

कोरोना से मरने वालों की संख्या बढती ही जाएगी, अत: प्रत्येक परिवार को ४ लाख रुपये नहीं दिये जा सकते !

कोरोना के कारण मरने वालों की संख्या बढती रहेगी और प्रत्येक परिवार को ४ लाख रुपये देना संभव नहीं है, क्योंकि, सरकार की वित्तीय सीमाएं हैं ।