जम्मू हवाई अड्डे के पास भारतीय लडाकू हेलिकॉप्टरों को लक्ष्य बनाकर जिहादी आतंकवादियों द्वारा ड्रोन से बमबारी !

लक्ष्य चूकने के कारण लडाकू हवाई जहाज सुरक्षित !

  • यह भारत पर प्रत्यक्ष आक्रमण है । इसका तत्काल उत्तर देते हुए, भारत को जिहादी आतंकवादियों का नियंत्रण करने वाले पाकिस्तानी लडाकू हवाई जहाजों को लक्ष्य बनाना चाहिए तथा पाकिस्तान को अच्छा सबक सिखाना चाहिए !
  • यदि हमास ने इजरायल के विरुद्ध ऐसा कृत्य किया होता, तो अब तक इजरायल ने फिलिस्तीन पर आक्रमण कर दिया होता तथा अनेक भवनों एवं अन्य स्थानों को ध्वस्त कर दिया होता !

जम्मू – यहां के हवाई अड्डे पर तैनात भारतीय वायुसेना के लडाकू हेलिकॉप्टरों को लक्ष्य बनाकर बम आक्रमण किया गया ; परंतु, बम यहां तकनीकी क्षेत्र के एक भवन पर गिरे । २६ जून की देर रात २ बजे के आसपास, ड्रोन की सहायता से ५ किमी की दूरी से दो बम फेंके गए । बम हेलीकॉप्टर पर न गिरते हुए भवन पर गिरे, जिससे बडी हानि टली ; ऐसा बताया गया है । इस विस्फोट में दो सैनिकों को हल्की चोटें आई । ये दो विस्फोट ५ मिनट के अंतराल में हुए । पहला विस्फोट रात में १ बजकर ३७ मिनट पर तथा दूसरा १ बजकर ४२ मिनट पर हुआ । जिस भवन में विस्फोट हुआ, उससे कुछ ही अंतर पर मुख्य हवाई अड्डा एवं भारतीय वायु सेना का हवाई अड्डा (स्टेशन) स्थित है । पहला विस्फोट भवन की छत पर तथा दूसरा, भूमि पर हुआ । बम से भवन के स्लैब की छत में छेद बन गया, यह इन विस्फोटकों की तीव्रता थी । इस प्रकरण में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है । विस्फोटों की सूचना मिलने के पश्चात, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायु सेना के अधिकारियों के साथ चर्चा की ।

१. सूत्रों के अनुसार, यह हवाई अड्डा पाकिस्तान सीमा से केवल १४ किमी की दूरी पर है । ड्रोन द्वारा १२ किमी तक विस्फोटक फेंके जा सकते हैं । इन विस्फोटकों को गिराने के लिए दो ड्रोन का उपयोग किया गया है । विस्फोटकों से भरे ड्रोन रडार पर नहीं दिखते । इसलिए, इस प्रकार के आक्रमणों के लिए सामान ढोने वाले ड्रोन का उपयोग किया जाता है । ऐसा इसके पूर्व भी किया जा चुका है ।

२. विस्फोटों के पश्चात, कुछ ही समय में संपूर्ण क्षेत्र बंद (सील) कर दिया गया । वर्तमान में पुलिस एवं विधि चिकित्सा शास्त्र (फोरेंसिक) संबंधी दल घटनास्थल पर हैं तथा विस्फोटों के मुख्य कारण का पता लगा रहे हैं । एनएसजी (राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड) एवं एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) के दल भी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं ।

चीन से पाक को मिले ड्रोन का हुआ प्रयोग 

पाकिस्तानी सेना द्वारा जिहादी आतंकवादियों को ड्रोन की सहायता से बम फेंकने का प्रशिक्षण देने की घटना सामने आई है । आतंकवादियों  द्वारा प्रयोग में लाए गए ड्रोन चीन ने पाक सेना को दिए हैं । ये २० कि.मी. तक उडान भर सकते हैं और एक समय में २५ किलो सामान ले जा सकते हैं ।