राष्ट्रीय स्तर पर ५ वां स्थान !
मुंबई – विगत कुछ माह से ‘फेसबुक’ द्वारा बिना किसी सूचना के हिन्दुत्वनिष्ठ एवं हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के पृष्ठ बंद (ब्लॉक) कर दिए गए हैं । इसके पश्चात, ‘टाइम’ पत्रिका तथा ‘द वायर’ एवं ‘द मीडियम’ जैसे कुछ हिन्दू-द्वेषी समाचार जालस्थलों (वेब साइटस) द्वारा प्रकाशित लेखों में सनातन संस्था, हिन्दू जनजागृति समिति, सनातन प्रभात, आदि को हिंसक एवं आतंकवादी के रूप में दिखाकर, उनकी अपकीर्ति करने का भरपूर प्रयास किया गया । ‘टाइम’ पत्रिका द्वारा भेजे गए रिपोर्ट के पश्चात ही फेसबुक ने कुछ हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के पृष्ठों पर प्रतिबंध लगा दिया । संचार माध्यम एवं फेसबुक एक साथ मिलकर षड्यंत्र के माध्यम से हिंदुओं का दमन कर उनका स्वर दबाने का प्रयास कर रहे हैं । इस षड्यंत्र के विरुद्ध हिन्दू धर्माभिमानियों द्वारा २७ जून को हैशटैग #Hinduphobic_Media ट्रेंड किया गया । वह राष्ट्रीय ट्रेंड में ५ वें स्थान पर था । इस पर ३६ सहस्र से अधिक ट्वीट किए गए ।
Cabal of Anti-national #Hinduphobic_Media trying to pull down their own country !
First they had an agenda that #CovidVaccine is not safe
Next they made a hue & cry against exports when whole world was praising us.
Then they started propaganda that there was vaccine shortage. pic.twitter.com/46kg6J353X
— Sanatan Prabhat (Kannada) (@Sanatan_Prabhat) June 27, 2021
Modus of operandi of #Hinduphobic_Media !
👉 Non-Hindus exhibit brotherhood, Hindus are communal?
👉 Blind eye towards mass Chri$ti@n conversions, hue & cry over Gharwapasi?
👉 Jihad is hypothetical, #HinduRashtra is a dangerous reality?
Beware!
(An Apt example in picture) pic.twitter.com/cOChNzNMOQ
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) June 27, 2021
.@Facebook banned pages of media houses like @OpIndia_com@SureshChavhanke @SanatanPrabhat.
Isn't it attack on freedom of press?
However, no #Hinduphobic_Media uttered a word against this!
On the contrary, they celebrated the occasion
No Fervour for Journalism?@UnSubtleDesi pic.twitter.com/02DOnOGt4c
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) June 27, 2021