वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र में स्थित विशाल अक्षयवट वृक्ष धराशायी हो गया !
संपूर्ण भारत में काशी, गया और प्रयाग में अक्षय वटवृक्ष हैं । गया में इस वृक्ष के नीचे बैठकर पिंडदान किया जाता है एवं प्रयागराज में मुंडन किया जाता है, जबकि काशी में दंडी स्वामी को भोजन कराए जाने का महत्व है । इन तीन स्थानों में हनुमान जी का मंदिर है । गया में हनुमान बैठे हैं, प्रयागराज में लेटे हुए हैं और काशी में खडे हैं ।