बढती जनसंख्या विकास में बाधा सिद्ध हो रही है ! – योगी आदित्यनाथ

स्वतंत्रता के ७४ वर्षों में सभी दलों के शासनकर्ताओं ने इस दिशा में कुछ भी प्रयास नहीं किया है । इसलिए देश जनसंख्या विस्फोट की कगार पर खडा है ।

लक्ष्मणपुरी (उत्तरप्रदेश) में अल कायदा के २ आतंकवादी पकडे गए !

अब ऐसे आतंकवादियों को कारागृह में रखकर आजीवन उनका पोषण करने की बजाय उनके उपर द्रुतगति से न्यायालय में मुकदमा चलाकर उनको फांसी की सजा होने के लिए प्रयास करना चाहिए !

(कहते हैं) ‘अल्लाह प्रत्येक को जन्म देता है एवं उसका पोषण करता है !’

समाजवादी दल के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने उत्तर प्रदेश के जनसंख्या नियंत्रण कानून का किया विरोध 

श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन में जिन कारसेवकों ने प्राण त्यागे हैं, उनके घरों तक सडक बनाकर उन्हें उनके नाम दिए जाएंगे  !

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की घोषणा  !

संभल (उत्तर प्रदेश) में एक साधु की नृशंस हत्या !

उत्तर प्रदेश में प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ योगी आदित्यनाथ  सत्ता में हैं । एक ‘योगी’ के राज्य में  ‘संत-महंत’ कैसे मारे जा सकते हैं ? वहां संत-महंतों की हत्या होना हिन्दुआें को अपेक्षित नहीं है । ! संतों और महंतों की हत्या को रोकने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने अब कठोर से कठोर कदम उठाना अपेक्षित है ! 

लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) की एक महिला द्वारा अपने पति अशरफ के विरुद्ध  महिलाओं का धर्म परिवर्तन करने की शिकायत पर अपराध प्रविेष्ट !

केंद्र सरकार द्वारा देश में धर्मांतरण विरोधी कानून लागू करने के उपरांत ही ऎसे कृत्यों पर रोक लगेगी !

उन्नाव (उत्तर प्रदेश) में गोतस्करों को पकड़ने गई पुलिस पर गोलीबारी

उत्तर प्रदेश में गोहत्या  प्रतिबंधित होते हुए भी  गोहत्या और गोमांस की तस्करी हो रही है, यह पुलिस के लिए लज्जाजनक  है !

स्वयं को ‘हिंदू’ बताकर मुसलमान व्यक्ति की ओर से विधवा हिंदू महिला को प्रेमजाल में फंसाकर उसका यौन शोषण

ऐसे वासनांध धर्मांधों को शरीयत कानून के अनुसार हाथ पैर तोडने की या बीच चौराहे पर बांधकर उसे पत्थर मारने की सजा दी जाए ऐसी मांग किसी के द्वारा करने पर आश्चर्य न हो !

देश में मुसलमानों को नहीं रहना चाहिए’ ऐसा कहने वाला हिन्दू नहीं है ! -सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत

‘भारत एक हिन्दू राष्ट्र है; परंतु भीड द्वारा किसी को पीटना एक अपराध है । हम कभी इसका समर्थन नहीं करते । ‘अपने आप को एक हिन्दू नहीं, अपितु भारतीय कहो’ ऐसा भी उन्होंने कहा ।

सनसनीखेज समाचार प्रकाशित करने के लिए, किसी व्यक्ति को मृत्यु  के मुंह में ढकेलने की अपेक्षा किसी पत्रकार से नहीं की जा सकती ! – प्रयागराज उच्च न्यायालय

धर्मांध पत्रकार के कहने पर विधान भवन के सामने आत्मदहन का नाटक करते हुए एक व्यक्ति की मृत्यु  का प्रकरण !