(कहती हैं) ‘भारत को ‘पाकिस्तान’ अथवा ‘तालिबान’ नहीं बनने देंगे ! “- ममता बनर्जी

बंगाल बांग्लादेश बनने की ओर अग्रसर है । इसलिए, ममता बनर्जी का ऐसा वक्तव्य करना हास्यास्पद है ! यदि ममता बनर्जी देश के लिए कुछ करना चाहती हैं, तो उन्हें बंगाल से बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकालना आवश्यक !

सर्वोच्च न्यायालय ने अंततः, भाग्यनगर (हैदराबाद) के हुसैन सागर सरोवर में गणेश मूर्ति विसर्जित करने की अनुमति दी है  !

भारत में प्रदूषण के मूल कारणों की अनदेखी करते हुए, वार्षिक हिन्दू श्रीगणोत्सव पर विभिन्न प्रतिबंध लगाए जाते हैं । हिन्दू धर्मशास्त्र एवं परंपराओं के अनुसार, त्योहार तथा उत्सव मनाने के लिए हिन्दू राष्ट्र के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं है !

राहुल गांधी द्वारा श्री वैष्णोदेवी के दर्शन किए जाने के उपरांत, भा.ज.यु.मो. द्वारा गंगाजल छिडककर यात्रा मार्ग का शुद्धीकरण !

‘५ राज्यों के आगामी चुनावों को ध्यान में रखकर, कांग्रेस के नेता हिन्दुओं के मंदिरों और तीर्थस्थानों को जाते हैं और उसके ५ वर्ष उपरांत उधर देखते भी नहीं, इसे हिन्दू भलीभांति जानत हैं ! हिन्दुओं को ऐसे पाखंडी श्रद्धालुओं से सतर्क रहना चाहिए !

इंदौर की ‘अनिवार्य’ संस्था द्वारा श्री गणेश मूर्ति के हाथ में ‘सेनेटरी नैपकीन’ रखकर महिलाओं में जागृति करने का अश्लील प्रयास !

हिन्दुओं को धर्मशिक्षा न होने से हिन्दू किस स्तर पर जाकर देवताओं का अपमान कर रहे हैं, यह ध्यान में आता है !- संपादक हिन्दुओं को अभी तक हिन्दुओं के संगठन, धार्मिक संगठन, धर्म गुरू आदि द्वारा धर्मशिक्षा न देने का यह परिणाम है । अन्य धर्मियों को धर्मशिक्षा मिलने से वे कभी भी स्वयं … Read more

वर्ष २०१९ की तुलना में २०२० में गुनहगारी में अल्प मात्रा में कमी !

कम मात्रा में नहीं, तो देश की गुनहगारी जड़ से नष्ट होनी चाहिए । इसके लिए कठोर कानून सहित, तत्काल सजा देने वाली व्यवस्था निर्माण करनी चाहिए ! साथ ही गुनहगारी की वृत्ति ही निर्माण न हो, इसके लिए प्रत्येक को धर्मशिक्षा देकर सुसंस्कारित होना आवश्यक है । यह केवल हिन्दू राष्ट्र में ही संभव है  इसलिए उसकी स्थापना अपरिहार्य है !

कोरोना से संबंधित नियमों का पालन करते हुए आरंभ करें चारधाम यात्रा ! – उत्तराखंड उच्च न्यायालय का आदेश

उत्तराखंड उच्च न्यायालय ने कोरोना से संबंधित नियमों का अनुपालन करते हुए, चारधाम यात्रा आरंभ करने का आदेश दिया है । जून माह में इस यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया गया था ।

झारखंड में धर्मांतरित व्यक्ति के शव का, शमशान भूमि में शवाधान करने का ग्रामीणों ने किया विरोध !

पश्चिम सिंहभूम के दुरूला गांव में, धर्मांतरित आदिवासी परिवार के एक व्यक्ति की मृत्यु  हो गई । आदिवासी समुदाय ने तब शव को उनके ससन दिरी शमशान भूमि में दफनाने का विरोध किया । पुलिस के हस्तक्षेप के उपरांत, अंतत: शव को परिवार के घर के आंगन में दफनाने का निर्णय लेना पडा ।