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उक्त चित्र प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं है । केवल जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया है । – संपादक
इंदौर (मध्यप्रदेश) – जिले के महू शहर में गणेशोत्सव के उपलक्ष्य में ‘अनिवार्य’ नाम की प्राइवेट संस्था की ओर से श्री गणेश मूर्ति बिठाई गई है । इस मूर्ति के हाथ में महिलाओं के मासिक पीरियड के समय प्रयोग किए जाने वाले ‘सेनेटरी नैपकीन’ होने से हिन्दुओं की ओर से रोष प्रकट किया जा रहा है । ‘मासिक पीरियड के विषय में जागृति करने के लिए ऐसा किया गया है’, ऐसा बताते हुए संस्था की ओर से इस हिन्दू विरोधी काम का अश्लील समर्थन किया है । (मासिक पीरियड के विषय में जागृति करने के विविध माध्यम हैं । उसका प्रयोग न करते हुए हिन्दुओं के देवताओं का प्रयोग करना और उसका अश्लील समर्थन करना, यह धर्मद्रोह ही है ! – संपादक) ‘श्री गणेश को एक उत्तरदायी पति के रुप में दिखाने का प्रयास किया गया है’, ऐसा भी इस संस्था का कहना है । (श्री गणेश उत्तरदायी पति हैं, यह दिखाने के लिए उनके हाथ में ‘सेनेटरी नैपकीन’ देने की क्या आवश्यकता ? इस संस्था ने गणेशोत्सव के समय में गणेश पुराण आदि ग्रंथ पढ़ने का नियोजन किया होता, तो श्री गणेश के विविध गुण समाज को पता चलते । स्त्रीमुक्ति और आधुनिकता की हवा दिमाग में घुसने के कारण ही ‘अनिवार्य’ संस्था ऐसे बिना पेंदी वाले वक्तव्य कर रही है ! -संपादक) इस श्री गणेश मूर्ति के बगल में रिद्धिऔर सिद्धि इन देवियों को दिखाया गया है । इस विषय में हिन्दुओं की ओर से विरोध किया जा रहा है । सोशल मीडिया के माध्यम से हिन्दुओं की ओर से विरोध किया जा रहा है ।
An image of a Ganesha idol holding sanitary napkins installed by a Madhya Pradesh-based NGO to spread ‘awareness’ about menstrual hygiene has gone viral on social mediahttps://t.co/bLtETcKo6g
— OpIndia.com (@OpIndia_com) September 14, 2021
इस संस्था के संस्थापक और लेखक अंकित बागडी ने बताया, ‘बाहुबली’ यह चित्रपट सफल होने के कारण श्री गणेश को ‘बाहुबली’ के रुप में दिखाया गया था । उस समय श्री गणेशचतुर्थी का प्रयोग मासिक पीरियड के विषय में जागरुकता निर्माण करने के लिए कर सकते हैं, ऐसा विचार आया । हम स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तो स्त्री की स्वतंत्रता के लिए कुछ तो करना चाहिए, ऐसा विचार किया । (स्त्री स्वतंत्रता के नाम पर हिन्दूद्रोह करने वाले ऐसे हिन्दू हिन्दू धर्म के सच्चे बैरी ! – संपादक )