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नई देहली – बसपा की अध्यक्ष मायावती ने अपने पार्टी की हार के लिए मुस्लिमों को उत्तरदायी प्रमाणित करते हुए कहा, ‘बहुजन समाज पार्टी का विशेष भाग रहे मुस्लिम समाज को चुनाव में उचित प्रतिनिधित्व दे कर भी बसपा को लाभ नहीं हुआ । मुस्लिमों ने हमें मतदान नहीं किया । मैंने उन्हें हमेशा ही टिकट दिया है । मेरे ही जाति के लोगों ने हमारे दल को मतदान किया । इस कारण अब ऐसी स्थिति में पार्टी द्वारा अच्छे से विचार करने के पश्चात ही उनको चुनाव का अवसर दिया जाएगा । जिससे भविष्य में पार्टी की बडी हानि नहीं होगी ।’ वर्ष २०१९ के लोकसभा चुनाव में बसपा को १० स्थानों में विजय प्राप्त हुआ था; परंतु वर्तमान चुनाव में उनका एक भी प्रत्याशी विजयी नहीं हुआ है । इस चुनाव में मायावती ने मुस्लिम प्रत्याशी को टिकट दे कर अब तक के सभी उच्चांकों पर पानी फेर दिया । बसपा ने उत्तर प्रदेश में २३ मुसलमान एवं १५ ब्राह्मणों को टिकट दिए थे । वर्ष २०१९ के लोकसभा चुनाव में उन्होंने ६ मुस्लिमों को प्रत्याशी बनाया था ।
मायावती ने आगे कहा, ‘इस चुनाव में संपूर्ण देश का ध्यान विशेषत: उत्तर प्रदेश पर था एवं यहां के परिणाम भी जनता देख रही है । हमारा दल इस बात को गंभीरता से लेगा एवं प्रत्येक स्तर पर उसका गहराई से विश्लेषण करेगा तथा पार्टी के हित में आवश्यक सभी कदम उठाए जाएंगे ।’
संपादकीय भूमिकाप्रत्येक पार्टी को यह भान होने पर ही चापलूसी की राजनीति रूकेगी ! |