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अमरावती – आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनावों के उपरांत मतों की गिनती जारी है । इसमें इस समय सत्ताधारी वाय.एस्.आर्.कांग्रेस को पराभूत कर चंद्राबाबू नायडू की तेलुगू देसम् पार्टी (टीडीपी) विजय की ओर दौड रही है । मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी की वाय.एस्.आर्.कांग्रेस पार्टी की तुलना में टीडीपी अनेक स्थानों पर आगे है । १७५ विधायकों की विधानसभा में तेलुगू देसम् १५८ स्थानों पर आगे है । चंद्राबाबू नायडू ९ जून को मुख्यमंत्रीपद के लिए शपथ ग्रहण करेंगे, ऐसी घोषणा तेलुगू देसम् पार्टी ने की है । चंद्राबाबू नायडू चौथी बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे । वर्ष १९९५ से २००४ तक वे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री थे ।
AP Assembly #ElectionsResults : The Telugu Desam Party comes to power by overthrowing the Hindu-hating Y.S.R.
Chandrababu Naidu to take oath as Chief Minister pic.twitter.com/ytpxlrgnny
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) June 4, 2024
१. वर्ष २०१९ में तेलुगू देसम् को वाय.एस्.आर्.कांग्रेस ने पराभूत किया था । इस बार टीडीपी ने पवन कल्याण की जनसेना पार्टी और भाजपा के साथ गठबंधन किया था । इसका भी लाभ तेलुगू देसम् को हुआ है ।
२. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन ने १९ से ५९ वर्ष के बीच की महिलाओं के लिए प्रतिमाह १ सहस्र ५०० रुपए पेंशन देने का घोषित किया था । साथही २० लाख नौकरियां तथा बेरोजगारों को प्रतिमाह ३ सहस्र रुपए देने की घोेषणा की थी ।
कारागृह से मुख्यमंत्री पद तक की यात्रा !
कॉर्पोरेट घोटाले के मामले में चंद्राबाबू नायडू को कारावास हुआ था । प्रतिभूति (जमानत) पर वे बाहर आए । उन्हें वर्ष २०२३ में बंदी बनाया गया और तदुपरांत २ महीने वे कारागृह में थे । सत्ताधारी वाय.एस्.आर्.कांग्रेस ने प्रतिशोध की राजनीति कर चंद्राबाबू नायडू को कारागृह में भेजा, ऐसी टिप्पणी टीडीपी ने की थी । कारागृह से बाहर आने के उपरांत चंद्राबाबू नायडू ने फिर से सत्ता में आने की सिद्धता की । भाजपा प्रणित राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन से वे बाहर निकले थे । कारागृह से बाहर आते ही उन्होंने फिर से भाजपा के राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन में प्रवेश किया । उनके इस निर्णय का उन्हें लाभ हुआ ।