गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) – यहां के मसुरी क्षेत्र के यशीन कुरेशी के स्वमित्व में ‘इंटरनॅशनल ग्रो फूड’ नामक पशूवध गृह में काम करनेवाले ५७ अल्प आयु के लडके तथा लडकियों को मुक्त किया गया । पुलिस, स्वयंसेवी संस्थाएं और राष्ट्रीय बाल अधिकार सुरक्षा आयोग की सहायता से इन लडके तथा लडकियों को मुक्त किया गया । इसमें ३१ अल्प आयु की लडकियां और २६ अल्प आयु के लडके हैं । इन लडके तथा लडकियों को बिहार और बंगाल से लाया गया था और काम में लगाया गया था ।
इन लडके तथा लडकियों के परिवारों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी । उन्हें बताया गया था कि, ‘गाजियाबाद में नौकरी दी जाएगी ।’ राष्ट्रीय बाल अधिकार सुरक्षा आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानुनगो ने इस कार्यवाही की जानकारी ‘एक्स’ पर पोस्ट की ।
संपादकीय भूमिकाअल्प आयु के लडके तथा लडकियों को काम में लगानेवालों को आजन्म सश्रम कारावास का दंड दिया जाना चाहिए ! |