China Mosque Demolition : अगर यह भारत या अन्य देशों में हुआ होता, तो धरती और आसमान एक हो गए होते !

चीन में मस्जिदों के गुंबदों और मीनारों को हटाए जाने से पाकिस्तानी नागरिक नाराज हो गए और उन्होंने पाकिस्तानी सरकार की आलोचना की

पाकिस्तानी यूट्यूबर सना अमजद आम लोगों से बातचीत करते हुए

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – चीन में अरबी शैली में बनी एक भी मस्जिद नहीं बची है। चीन की आखिरी महान मस्जिद की इमारत में कई बदलावों के दौरान गुंबदों और मीनारों को हटा दिया गया है।

मस्जिद की इस इमारत को अरबी शैली से चीनी वास्तुकला में परिवर्तित किया गया है। चीन में ये बदलाव देश की मस्जिदों का चीनीकरण करने के सरकारी अभियान के तहत किए जा रहे हैं। बिना मीनार वाली मस्जिदों की तस्वीरें सामने आने के बाद पाकिस्तानी यूट्यूबर सना अमजद (जो एक यूट्यूब चैनल चलाती हैं) ने आम लोगों से बातचीत की। इस दौरान पाकिस्तानी नागरिकों ने चीन की इस हरकत को लेकर अपना गुस्सा जाहिर किया। उन्होंने आलोचना की कि यदि ऐसा भारत या अन्य देशों में हुआ होता तो धरती-आसमान एक हो गए होते।

चीन में मस्जिदों के बदलाव के बारे में पूछे जाने पर पाकिस्तानी नागरिक ग़ज़ानफ़र ने कहा कि चीन में ऐसा हो चुका है; लेकिन मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं जानता क्योंकि इसे खबरों में कहीं नहीं दिखाया गया।’ अगर भारत या दुनिया के किसी अन्य हिस्से में ऐसा हुआ होता तो पाकिस्तानियों ने जमीन-आसमान एक कर दिया होता. विशेषकर धर्म की ठेकेदारी करने वालों को मौलवियों से संघर्ष करना पड़ा होगा। चीन से जुड़ी इस घटना पर चुप्पी साधने की एक वजह ये भी है कि चीन के साथ पाकिस्तान के रिश्ते बेहद खास हैं। शायद अब चीन ही दुनिया का एकमात्र ऐसा देश है, जिस पर पाकिस्तान को कुछ भरोसा बचा है। चीन का पाकिस्तान को बड़ा समर्थन है, इसलिए शायद पाकिस्तानियों और सरकार को लगता है कि ‘जो हो रहा है, होने दो’।

चीनी सरकार कुछ भी उजागर नहीं होने देती !

ओसामा, जो एक इंजीनियर हैं, ने कहा कि चीनी लोगों के लिए यह कोई नई बात नहीं है, वे वहां सभी को एक समान बनाने की कोशिश कर रहे हैं। वे चाहते हैं कि हर कोई एक जैसा सोचे और चाहते हैं कि सभी संरचनाएं एक जैसी दिखें, चाहे वह मस्जिद हो या कुछ और। चीनी सरकार की नीति है कि वो खबरें बाहर नहीं आने देते।

भारत से नहीं, चीन से पाकिस्तान को खतरा !

पाकिस्तान की पंजाब यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर रहे सरदार अहमद ने कहा कि चीन से आर्थिक मदद पाने वाला पाकिस्तानी मीडिया इस खबर को कैसे दिखाएगा?,वो चुपही रहेगा। चीन एक ऐसा देश है, जिसे हम पाकिस्तान का असली दुश्मन कह सकते हैं। चीनी लोग पाकिस्तान के संसाधनों से पैसा कमा रहे हैं। भारत पाकिस्तान का दुश्मन नहीं है। भारत से पाकिस्तान को कोई खतरा नहीं है। अपितु पाकिस्तान को असली खतरा चीन से है।

चीन न तो अपने देश के मुसलमानों का है, और न ही अन्य मुसलमानों का !

राशिद ने कहा कि देश में भारत के खिलाफ नफरत का माहौल बनाया जा रहा है और इससे क्या फायदा होगा? हमें भारत के साथ अपने संबंधों से लाभ होता है; लेकिन हम चीन के करीब रहना चाहते हैं।’चीन का इतिहास ऐसा है कि उस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। वह न तो अपने देश के मुसलमानों के हैं और न ही किसी पड़ोसी देश के।

संपादकीय भूमिका

  • पाकिस्तान के शासक पाकिस्तान के नागरिकों की तरह क्रोधित क्यों नहीं होते? इस्लाम के आधार पर भारत की आलोचना करने वाले पाकिस्तान के शासक अब चुप क्यों हैं ?
  • चीन की इस हरकत पर भारत के मुसलमान चुप क्यों हैं ? चीन से उनकी क्या दोस्ती है ?
  • चूंकि चीन आर्थिक और सैन्य शक्ति में हावी है, इसलिए दुनिया का कोई भी इस्लामिक देश उसकी दादागिरी के खिलाफ मुंह नहीं खोलता; लेकिन साथ ही वे भारत पर मुसलमानों की सुरक्षा का आरोप भी लगाते हैं !