असदुद्दीन ओवैसी द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को प्रत्युत्तर !
भाग्यनगर (तेलंगाना) – एम.आइ.एम. के अध्यक्ष एवं यहां के प्रत्याशी असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री मोदीजी को प्रत्युत्तर देते हुए कहा कि देश में मुस्लिम सर्वाधिक गर्भनिरोधक का प्रयोग कर रहे हैं, इस कारण उनकी जनसंख्या अल्प हो रही है । कुछ दिन पूर्व प्रधानमंत्री मोदीजी ने राजस्थान की एक सभा में कहा था, ‘यदि देश में कांग्रेस सत्तारूढ होती है, तो जनता का धन अधिक संतानवाले लोगों को (मुस्लिमोंको) बांट देगी ।’ इस वक्तव्य को लेकर ओवैसी ने उपरोक्त वक्तव्य दिया है।
‘Mu$|!m$ use the most contraceptives in the country’
– Asaduddin Owaisi’s reply to Prime Minister Modi.
👉 This is an example of shamelessly lying and being unapologetic about it.
Hindus should be aware that, according to the Government statistics, In 1950, Mu$|!m$ accounted… pic.twitter.com/I3tZ1awKru
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) April 29, 2024
ओवैसी ने आगे कहा,
१. प्रधानमंत्री जूठ बोल रहे है तथा वे देश में मुस्लिम एवं दलितों के विरुद्ध द्वेष फैलाने का काम कर रहे हैं। यही ‘मोदी गारंटी’ है ।
२. प्रधानमंत्री कहते हैं, ‘देश में मुस्लिम लोग सर्वाधिक संतानों को जन्म देते हैं; परंतु नरेंद्र मोदीजी के ६ भाई हैं; जबकि अमित शाह की भी ६ बहने हैं । तब भी ये लोग मुस्लिमों की संतानों के संबंध में बोलते हैं ।
३. मोदी सरकार के आंकडों के अनुसार देश में मुस्लिमों के प्रजनन की मात्रा सबसे अल्प है । प्रत्येक दिन मुस्लिमों की जनसंख्या भी अल्प हो रही है ।
४. महत्त्वपूर्ण है कि देश में सर्वाधिक गर्भनिरोधक का यदि कोई प्रयोग कर रहा है, तो वे मुसलमान लोग हैं, ऐसा मैं नहीं कहता, परंतु मोदी सरकार के आंकडें कहते हैं; तब भी ‘मुस्लिम लोगों की अधिक संतान होती हैं’, ऐसा मोदी कहते है । इसका कारण ऐसा है कि भाजपा एवं रा.स्व. संघ के लोगों को हिन्दुओं के मन में भय निर्माण करना है । ‘एक विशिष्ट समय में देश में मुस्लिमों की संख्या हिन्दुओं की अपेक्षा अधिक होगी’, ऐसा भय वे हिन्दुओं को दिखा रहे है; परंतु ऐसा कभी भी नहीं होगा ।’
संपादकीय भूमिका‘जूठ बोलो; परंतु भारपूर्वक बोलो’ इस वृत्ति के ओवैसी ! वर्ष १९५० में देश के ९ प्रतिशत मुसलमान आज १४ प्रतिशत से अधिक, अर्थात २० करोड बन गए हैं, जबकि हिन्दू ८४ प्रतिशत पर से ७८ प्रतिशत बन गए हैं । यह सरकारी आंकड़े हैं। यह बात हिन्दुओं को ध्यान में रखनी चाहिए ! |