PoK Not Part Of Pakistan : पाकिस्तानव्याप्त जम्मू-कश्मीर संवैधानिक रूप से पाकिस्तान का क्षेत्र नहीं है !

पाक अधिकृत कश्मीर के एक संगठन के नेता की स्पष्टोक्ति  

‘अवामी कृति समिति’ के मुख्य नेता आरिफ चौधरी (बीच में बैठे हुए)

इस्लामाबाद (पाकिस्तान) – पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मुख्य नगर मीरपुर में ‘अवामी कृति समिति’ के मुख्य नेता आरिफ चौधरी ने कहा, पाकिस्तान अधिकृत जम्मू तथा कश्मीर संवैधानिक रूप से पाकिस्तान का क्षेत्र नहीं है । वह एक पत्रकार परिषद को संबोधित कर रहे थे।

आरिफ चौधरी ने आगे कहा कि पाकिस्तानी प्रशासन पाक अधिकृत कश्मीर के लोगों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं कर रहा है तथा न ही उनकी आवश्यकताओं की आपूर्ति ही करता है । इन क्षेत्रों के लोग दशकों से उत्पीडन, उपेक्षा तथा पीडा झेल रहे हैं । हमें लूटा जा रहा है । बलपूर्वक हमको विस्थापित किया जा रहा है । पाकिस्तान यहां के लोगों पर अत्याचार कर रहा है । पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद २५७ के अनुसार, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पाकिस्तान का अंग है ही नहीं । इस क्षेत्र के संबंध में १९४० के दशक में संयुक्त राष्ट्र के एक प्रस्ताव में भारत तथा पाकिस्तान के बीच एक संधि हुई थी । जिसके अंतर्गत २६ विषयों पर निर्णय लेने की शक्ति पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोगों को दी गई; किन्तु ये अधिकार अभी तक लोगों को नहीं मिल पाया है।

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर क्या है ?

वर्ष १९४७ में विभाजन के उपरांत पाकिस्तानी सेना ने आदिवासी विद्रोहियों की सहायता से जम्मू-कश्मीर के इस क्षेत्र पर बलपूर्वक नियंत्रण कर लिया। तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू कश्मीर संघर्ष को संयुक्त राष्ट्र में ले गए, जबकि भारतीय सेना इस क्षेत्र पर दोबारा नियंत्रण करने के लिए युद्ध कर रही थी । संयुक्त राष्ट्र ने हस्तक्षेप किया तथा युद्ध विराम लगाया और यथास्थिति बनाए रखने का आह्वान किया । तब से दोनों देशों की सेनाएं अंतरराष्ट्रीय सीमा की जगह नियंत्रण रेखा के दोनों ओर तैनात हैं । दोनों देशों के बीच यह ८४० कि.मी. की सीमा खींच दी गई है । पाकिस्तान पाक अधिकृत कश्मीर को ‘आजाद कश्मीर’ कहता है । वर्तमान में पाकिस्तान ने पाक अधिकृत कश्मीर को गिलगित एवं बाल्टिस्तान नाम से २ भागों में बांट दिया है ।

भारत सरकार समय-समय पर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को वापस लेने की बात करती रही है । वर्ष २०१४ में केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनने और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद ३७० निरस्त किए जाने के उपरांत से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को वापस लेने की जोरदार मांग उठ रही है।