पूर्व में नामी अपराधी, बेटा करने लगा धर्म-कर्म !
उज्जैन (मध्य प्रदेश) – श्रवणकुमार जैसे पुत्रों की कथाएं आपने कई बार सुनी एवं पढी होंगी । भगवान श्रीरामजी के अनेक भक्तों के संदर्भ में आपने सुना होगा, जो अनेक समस्याओं का सामना करते हुए अयोध्याजी में भगवान के दर्शन के लिए आए थे । उज्जैन में ऐसे ही एक श्र्वण जैसे बेटे ने अपनी मां पर प्रेम जताया है । इस लडके ने अपनी देह की चमडी उधेडकर इसके द्वारा मां के लिए चरण पादुकाएं बनाई हैं । उस लडके का नाम रौनक गुर्जर है ।
रौनक गुर्जर पूर्व में एक नामी अपराधी (हिस्ट्री शीटर) था । उसके नाम पर अनेक अपराध प्रविष्ट थे । पुलिस मुठभेड में उसके पांव में गोली लगी थी । कारागृह से छूटने के उपरांत उसमें परिवर्तन हुआ । वह सामाजिक कार्य के साथ धार्मिक कार्य भी करने लगा । उसने यहां भागवत कथा का आयोजन किया था । उस समय उसने कथावाचक जितेंद्र महाराज को कहा कि उसने अपनी मां के लिए स्वयं की चमडी से चरण पादुकाएं बनाई हैं ।
महाराज ने अपनी कथा में रौनक के कृत्य की जानकारी दी, तब सभी आश्चर्यचकित हो गए । इस विषय में रौनक गुर्जर ने कहा कि उन्हें रामायण से ऐसा करने की प्रेरणा मिली है ।