Christians Oppose To Celebrate Holi : मुंबई में कोली समाज के बंधुओं को होली का त्यौहार मनाने पर ईसाइयों का विरोध; जान से मारने की धमकी !

सरकारी स्थान पर ईसाइयों का अतिक्रमण !

मुंबई – यहां के मढ समुद्रीकिनारे के समीप मढ-लोचर इस हिन्दू बहुसंख्यक कोली लोगों के गांव में यहां के स्थानीय कोलियों को होलिका दहन और इससे संबंधित प्रथा-परंपरा निभाने का यहां के ईसाइयों ने विरोध किया । साथ ही कोली समाज के बंधुओं को जान से मारने की धमकी दी । इस विषय में मालवणी पुलिस थाने में शिकायत प्रविष्ट की गई है । इसके अनुसार पुलिस द्वारा संबंधित लोगों को धारा १४९ का नोटिस भेजने के अतिरिक्त अन्य कुछ न करने का आरोप लगाया जा रहा है ।

इस वर्ष होली, अर्थात हुताशनी पूर्णिमा २४ मार्च के दिन है । यहां के कोली बंधु यह त्यौहार १५ दिन मनाते हैं । वह १५ दिन इकट्ठे आकर लोकगीत गाते हैं ,साथ ही लोकनृत्य करते हैं और अंतिम दिन होलिका दहन करते हैं । वर्ष १९६४ से यहां कोली बंधु यह त्यौहार मना रहे हैं ।

यह त्यौहार मनाने के लिए स्वच्छता और पूर्व तैयारी करने के लिए एकत्रित आए हिन्दुओं को रिचर्ड किल्मो, जेकब किल्मो, केविन कोली, शाॅन कोली, फुलुबाई कोली, प्रिसीला किल्मो इन पडोस के ईसाइयों ने ‘होलिका दहन करने पर पत्थर मारकर मारेंगे’, ऐसी धमकी देकर धक्कामुक्की, साथ ही गाली गलौज की ।

इससे पूर्व संबंधित सरकारी स्थान पर ईसाइयों ने पत्थर डालकर अतिक्रमण करने का भी प्रयास किया था । इस गांव के ‘कोली समाज कृति समिति’ के अध्यक्ष पांडुरंग कोली ने कहा है कि, बरसात में जहां होलिका लगाई जाती है, वहां ईसाइयों ने पत्थर डालकर अतिक्रमण किया है । इस कारण त्यौहार मनाने में अडचन आ रही है । हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत कर कानून और व्यवस्था का प्रश्न निर्माण हुआ है ।

यहां का अतिक्रमण न हटाए जाने पर कोली समाज इसे हटाएगा, ऐसी चेतावनी यहां की सामाजिक कार्यकर्ता प्रीति राऊत ने दी है ।

संपादकीय भूमिका

  • हिन्दुओं, शांति और प्रेम का दिखावा करने वाले धर्मांध ईसाइयों की दुष्टता , यही इनका सच्चा स्वरूप है, यह जानिए !
  • सर्वधर्मसमभाव का गुणगान करनेवालों को इस विषय में क्या कहना है ?