नई देहली – वर्ष २०१६ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता रुद्रेश की हत्या के लिए उत्तरदायी आरोपी महंमद घौस नियाजी को दक्षिण आक्रिका से बंदी बनाया गया है । अब उसे मुंबई में लाया गया है । वह ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ नामक प्रतिबंधित जिहादी आतंकवादी संगठन का नेता है । राष्ट्रीय अन्वेषण तंत्र ने (एन्.आई.ए. ने) किए प्रयत्नों के कारण उसे बंदी बनाया गया । एन्.आई.ए. ने घौस की जानकारी देनेवाले अथवा उसे पकडकर देनेवाले को ५ लाख रुपयों का पुरस्कार घोषित किया था । बंगलुरू से रुद्रेश की हत्या के उपरांत वह फरार हो चुका था और अलग-अलग देशों में रह रहा था ।
रुद्रेश की हत्या के मामले में इसके पहले ४ लोगों को बंदी बनाया गया है । इन में से मुख्य आरोपी ४० वर्षीय अजीम शरीफ को पुलिस ने नवंबर २०१६ में बंदी बनाया था । हिन्दुओं में आतंक फैलाने के उद्देश्य से यह हत्या की गई थी । यह एक आतंकवादी कृत्य था ।
संपादकीय भूमिकाहिन्दू नेताओं की हत्या कर जिहादी आतंकवादी देश के बाहर कैसे भाग जाते हैं ? क्या सुरक्षातंत्र सो गए हैं ? |