Chhattisgarh Congress MLA Bowed Padri : छत्तीसगढ की कांग्रेस महिला विधायक का पादरी के चरणों पर माथा टिकानेवाला वीडियो प्रसारित

  •  पादरी के कारण ही विधायक बनने का दावा

  • भाजपा द्वारा आलोचना

कांग्रेस विधायक कविता प्राण लहरे

बिलाईगढ (छत्तीसगढ) – यहां की कांग्रेस विधायक कविता प्राण लहरे का एक वीडियो सामाजिक माध्यमों में प्रसारित हुआ है । विधायक पादरी बजिंदर सिंह की सभा में उपचारों के लिए गई थी, तभी का यह वीडियो है । इसमें विधायक कविता प्राण लहरे पादरी सिंह की स्तुति करती हुई दिखाई दे रही हैं । वे कहती है, ‘पादरी बाजिंदर सिंह के कारण ही मैं विधायक बन सकी ।’ इस वीडियो को लेकर भाजपा ने विधायक लहरे पर टिप्पणी की है ।

१. इस वीडियो में विधायक कविता लहरे बाजिंदर सिंह के सामने माथा टिकाती हुई दिख रही हैं । इसके उपरांत बाजिंदर सिंह कहता है, ‘मैंने भविष्यवाणी की थी और बताया था कि घबराने की कोई आवश्यकता नही है । भगवान आपका काम करेगा ।’ इसपर विधायक कविता लहरे ने ‘जय ईसा, जय प्रभु ईसा मसीह’ ऐसा कहा ।

२. इस वीडियो को भाजपा के माध्यम विभाग के प्रमुख अमित चिमनानी ने शेअर करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ की संस्कृति का प्रचार करने का दावा कर कांग्रेस ने ५ वर्ष किस का प्रचार किया, यह अब स्पष्ट हुआ है ।

३. इसी के साथ भाजपा ने और एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि ये बिलाईगढ की विधायक कविता प्राण लहरे हैं । ‘पापा ने (पादरी बाजिंदर को ‘पिता’ संबोधित करते हुए) मेरे लिए सबकुछ किया है’, ऐसा बताकर एक समाज ने उसका बुद्धिभेद किया है । एक परिवार को प्रसन्न करने के लिए कांग्रेस ने छत्तीसगढ और हिन्दू संस्कृति पर आक्रमण किया है । इसलिए लोग कांग्रेस का तिरस्कार करने लगे हैं । विधायक की ऐसी अवस्था होगी, तो जनसाधारण का क्या होगा ?

लोकप्रतिनिधियों के मंदिर, मस्जिद अथवा अन्य धार्मिक स्थलों पर जाने से भाजपा को आपत्ति क्यों है ? – कांग्रेस

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा की टिप्पणी का उत्तर देते हुए कहा कि यदि कोई लोकप्रतिनिधि मंदिर, मस्जिद अथवा किसी भी धार्मिक स्थल पर जाता है, तो भाजपा इसपर आपत्ति क्यों उठाता है ? लोग केवल अयोध्या जाएं, केवल प्रभु श्रीराम का जप करें, अन्य किसी का भी न करें, ऐसी भाजपा की इच्छा है । भाजपा ऐसे सभी सूत्रों पर चुनाव के समय ही ध्यान देता है ।

संपादकीय भूमिका

कांग्रेसवालों ने अयोध्या के श्री राम मंदिर में जाने की टालमटोल की; परंतु पादरियों के चरणों पर माथा टिकाने के लिए उनके पास समय है, यह बात हिन्दू ध्यान में रखें !