राजनीतिक दल अपने घोषणापत्रों में दिए गए आश्‍वासनों को कैसे पूरा करेंगे? – केंद्रीय चुनाव आयोग

मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त राजीव कुमार

चेन्‍नई (तमिलनाडु) – राजनीतिक दल चुनावी घोषणापत्रों में ‘लोकप्रिय’ वादों की घोषणा करते हैं; लेकिन ये आश्‍वासन कैसे पूरे होंगे?, इसके लिए कितनी नीधि लगेगी ? यह कोई नहीं बताता है । पर मतदाताओं को इसके बारे में जानने का पूरा अधिकार है । इस संबंध में एक प्रकरण न्‍यायप्रविष्‍ट है । मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त राजीव कुमार ने यहां बताया कि चुनाव आयोग घोषणापत्रों में किए गए आश्‍वासनों के प्रारूप तैयार कर रहा है ।

चुनाव के समय कालेधन के लेन-देन पर रहेगी दृष्‍टि !

कुमार ने आगे कहा कि चुनाव के समय काले धन के उपयोग को रोकने के लिए पुलिस के साथ-साथ चुनाव प्रणाली द्वारा नकद लेनदेन पर कड़ी निगरानी रखी जाती है । संदिग्‍ध लेन-देन की भी जांच की जाती है । आगामी चुनावों के समय डिजिटल चैनलों के माध्‍यम से धन के लेनदेन की संभावना से मना नहीं किया जा सकता है । इसे ध्‍यान में रखते हुए नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया को संदिग्‍ध डिजिटल लेनदेन पर भी दृष्‍टि रखने का आदेश दिया गया है ।