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दरभंगा (बिहार) – बिहार के दरभंगा तथा सीतामढी में १५ फरवरी को श्रीसरस्वती देवी की प्रतिमा के विसर्जन जुलूस के समय पथराव तथा झड़प की घटनाएं सामने आई हैं । दरभंगा की इस घटना में एक मस्जिद के पास जुलूस पर पथराव किया गया तथा तेजाब फेंका गया । इस समय देवी की मूर्ति को खंडित कर दिया गया । हिन्दुत्ववादी समाचार संकेतस्थल ‘स्वराज्यमाग’ की पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा ने दरभंगा घटना का एक वीडियो ’एक्स’ पर प्रसारित किया है ।
(सौजन्य : News18 Bihar Jharkhand)
आक्रमण के कारण हिन्दू देवी की मूर्ति छोडकर भाग गए !
दरभंगा के कसाई टोला में शाम को लगभग पांच बजे मूर्ति विसर्जन के लिए जा रहे लोगों पर पथराव किया गया । कई लोग घायल हो गए । पथराव आरंभ होते ही अचानक भगदड़ मच गई । लोग देवी की मूर्ति छोड़कर वहां से भाग गए । जिससे कट्टर मुसलमानों ने श्री सरस्वती देवी की मूर्ति को खंडित कर दिया । क्रोधित लोगों ने यहां के धर्मांधों के घरों, दुकानों तथा गाड़ियों की तोड़फोड़ की । हिंसा की घटना की जानकारी मिलते ही दरभंगा कलेक्टर, विशेष पुलिस अधीक्षक तथा पुलिस बल ने अवसर पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया । (ऐसे भगोडे हिन्दुओं का क्या लाभ ? जो लोग भगवान की मूर्ति की रक्षा नहीं कर सकते, वे हिन्दू धर्म तथा देश की रक्षा क्या करेंगे ? – संपादक)
यात्रा मार्ग बदलने से तनाव
भालपट्टी थानाध्यक्ष प्रिंस कुमार यादव ने बताया कि यात्रा के रूट में परिवर्तन से अचानक तनाव उत्पन्न हो गया । जब जुलूस कसाई क्षेत्र से निकल रहा था तब पथराव आरंभ हो गया । यात्रा के मस्जिद पहुंचने से पहले ही आक्रमण कर दिया गया । इस प्रकरण में अब तक १३ लोगों को बंदी बनाया जा चुका है ।
सीतामढी में धर्मांधों द्वारा पथराव का पथराव द्वारा ही प्रत्युत्तर !
सीतामढी के परिहार थाना क्षेत्र में श्रीसरस्वती देवी की मूर्ति विसर्जन करने जा रहे हिन्दुओं पर पथराव किया गया । घटना मसहा टोला वार्ड नंबर १३ की है । इस पथराव का प्रत्युत्त्र पथराव से दिया गया । पथराव में कई लोग घायल हो गए । घटना की जानकारी मिलने के उपरांत पुलिस अवसर पर पहुंची तथा स्थिति को नियंत्रित किया । यहां बडी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है ।
संपादकीय भूमिका
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