पाकिस्तान द्वारा ड्रोन से हथियार एवं मादक पदार्थों की तस्करी की जाती है !
नई देहली – पाकिस्तान द्वारा भारत में हथियार एवं मादक पदार्थों की बडी मात्रा में तस्करी की जाती है । प्रत्येक बार सामने आया है कि इसके लिए वह ड्रोन्स का अधिकाधिक उपयोग कर रहा है । उसके ड्रोन्स को नष्ट करने के लिए भारत ने स्वदेशी ड्रोन विरोधी तंत्र विकसित किया है । यह प्रणाली आगामी ६ माह में कार्यान्वित करने की भारत की तैयारी है ।
(सौजन्य : Newsx Live)
भारत ड्रोन विरोधी प्रणाली के लिए तीन प्रकार के तंत्रज्ञानों का अध्ययन कर उनका परीक्षण कर रहा है । इन तीनों में से एक तंत्रज्ञान का चयन किया जाएगा अथवा तीनों का संयुक्त चयन किया जाएगा ।
पाकिस्तान द्वारा भारत के विरुद्ध किया ड्रोन्स का प्रयोग !
१. जम्मू-कश्मीर, पंजाब एवं राजस्थान राज्यों में पाकिस्तान ड्रोन के द्वारा हथियार, गोलाबारूद साथ ही मादक पदार्थ पहुंचाता है ।
२. २९ दिसंबर को पंजाब के गुरुदासपुर में मिले थे पाकिस्तानी ड्रोन
३. २० दिसंबर को पंजाब के तरनतारन में पुलिस एवं सीमा सुरक्षा दल के कर्मचारियों ने ड्रोन सहित २ किलो ५०० ग्राम हेरॉईन नियंत्रण में ली थी ।
४. १ नवंबर २०२२ से ३१ अक्तूबर २०२३ के १ वर्ष की अवधि में सुरक्षा दलों ने ९० ड्रोन नियंत्रण में लिए । उनमें से ८१ पंजाब से एवं ९ राजस्थान में मिले । पिछले वर्ष ड्रोन दृष्टिगोचर होने की संख्या ३००/४०० हो गई है ।
भारत का स्वदेश निर्मित ‘डी ४ ड्रोन’ तंत्र !
भारत के पास ‘ड्रोन डिटेक्ट, डिटर एवं डिस्ट्रॉय’ अर्थात ‘डी ४’ नामक ड्रोन तंत्र है । यह प्रथम स्वदेशी ड्रोन विरोधी तंत्र है, जो सुरक्षा शोध एवं विकास संस्था (‘डीआरडीओ’) द्वारा ३ वर्षों में विकसित किया गया है । ‘डी ४’ ड्रोन हवा में ३ कि.मी. की परिधि में शत्रु का पता लगाता है तथा उसके लिए ३६० डिग्री (अंश)कवरेज (विस्तार) प्रदान करता है । इसके द्वारा शत्रु (ड्रोन) का निशान ले कर उसे नष्ट कर दिया जाता है ।
संपादकीय भूमिकाभारत को अस्थिर करने के लिए पाकिस्तान भिन्न भिन्न प्रणालियों को (तकनीकों को) कार्यान्वित करता है । इन तकनीकों को मात देने के लिए भारत द्वारा अत्याधुनिक प्रणाली का प्रयोग करना आवश्यक है ही; परंतु मूल में आतंकवाद के निर्माता पाकिस्तान को नष्ट करना अधिक आवश्यक है, यह ध्यान में लेना चाहिए ! |