झारखंड में धनबाद एवं बोकारो में हिन्दू संगठनों द्वारा ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति आंदोलन’ !
‘लव जिहाद’ की बलि चढी एक और हिन्दू लडकी अर्चना कंडुलना !
धनबाद (झारखंड ) – गुमला थाना क्षेत्र के फोरी गांव में ‘लव जिहाद’ का नया प्रकरण सामने आया है । यहां के आदिवासी समुदाय की एक हिन्दू लडकी अर्चना कंडुलना का सामूहिक बलात्कार किया गया । तदुपरांत उसकी हत्या कर उसके शरीर के अनेक टुकडे किए गए तथा उसे अलग-अलग कुएं में फेंक दिया गया । पुलिस ने बताया है कि आदिवासी लडकी को पहले नाम बदलकर प्रेमजाल में फंसाया गया था । इस प्रकरण में पुलिस ने इमान मिरदहा उर्फ बादल एवं जहीर मिरदहा नामक दो कट्टरपंथी युवकों को बंदी बनाया है । हिन्दू लडकियों को बहलाने-फुसलाने, धर्मांतरित करने और उनका शोषण करने के इस गुप्त जिहाद के विषय में ‘हिन्दू जनजागृति समिति’ एक दशक से अधिक समय से जनजागरण करने का प्रयास कर रही है; परंतु दिन-प्रतिदिन इस तरह की घटनाएं बढती जा रही हैं । देश के उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, मध्य प्रदेश, गुजरात आदि राज्यों ने ‘लव जिहाद’ के विरोध में कानून बना दिया है । अतः सरकार इस भयावह स्थिति का संज्ञान लेते हुए शीघ्र ही ‘लव जिहाद विरोधी कानून’ पूरे देश में लागू करे, ऐसी मांग तरुण हिन्दू के सचिव डॉ. निशांत दास तथा हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. शंभू गवारे द्वारा की गई ।
इसके साथ ही २२ जनवरी २०२४ को अयोध्या के नवनिर्मित श्रीराम मंदिर में प्रभु श्रीराम की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठापना हो रही है, इस पृष्ठभूमि पर अयोध्यानगरी को संपूर्णरूप से मद्य-मांस मुक्त किया जाए, ऐसी मांग तरुण हिन्दू तथा हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा की गई है ।
इस अवसर पर देशभर से करोडों हिन्दू भगवान श्रीराम के दर्शन के लिए अयोध्या में पहुंचनेवाले हैं । इन मंदिरों की पवित्रता संजोना, प्रत्येक हिन्दू का धर्मकर्तव्य है । हरिद्वार और ऋषिकेश में भी मद्य-मांस पर १०० प्रतिशत प्रतिबंध है, ऐसी मांग यहां हुए ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति आंदोलन’ में की गई ।
रणधीर वर्मा चौक, धनबाद तथा सिटी सेंटर, सेक्टर ४, बोकारो स्टील सिटी, झारखंड में इन विषयों को लेकर ‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति आंदोलन किया । इस समय तरुण हिन्दू, विश्व हिन्दू परिषद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, आर्य समाज, गायत्री परिवार, गोरक्षा सनातन संस्कृति एवं हिन्दू जनजागृति समिति आदि संगठनों के मान्यवर उपस्थित थे ।
क्षणिकाएं
१. आंदोलन का विषय सुनकर समाज के कई लोग आंदोलन में सम्मिलित हुए । २. लोगों ने प्रतिक्रिया व्यक्त की कि यह विषय बहुत गंभीर है एवं ऐसा होना चाहिए । हम आपके साथ हैं । |