संसद में घुसखोरी का प्रकरण
नई देहली – संसद में घुसकर धुआं छोडने के प्रकरण में बंदी बनाए गए आरोपियों ने इससे पूर्व संसद की पूरी जानकारी प्राप्त की थी । ये सभी आरोपी डेढ वर्ष पूर्व कर्नाटक के मैसूरु में मिले थे । मनोरंजन गौडा मैसूरु का रहनेवाला है । ये सभी आरोपी ‘भगत सिंह फैन क्लब’ नामक सामाजिक माध्यम के गुट से संबंधित हैं । उनमें से सागर शर्मा के लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) स्थित घर में पुलिस को भगत सिंह, सुखदेव एवं राजगुरु के विषय में पुस्तकें मिली हैं । साथ ही कहा जाता है कि मनोरंजन गौडा माओवादियों से संबंधित है । इसके साथ ही सामने आया है कि नीलम सदैव भाजपा विरुद्ध आंदोलन में सहभागी रहती थीं ।
(सौजन्य : Republic World)
कैसे रचा गया षड्यंत्र ?
इस वर्ष वित्त संकल्पीय सत्र के समय मनोरंजन देहली आया था । उसने पास लेकर संसद में प्रवेश किया । वहां उसने संसद की पूरी जानकारी प्राप्त की । उसे ज्ञात हुआ कि संसद में प्रवेश करते समय बूट (जूतों) की जांच नहीं होती । जुलाई माह में सागर शर्मा देहली आया; परंतु वह संसद भवन में नहीं जा सका । उसने बाहर से ही संसद की जानकारी इकट्ठी की थी ।
घुसखोरी के लिए अमोल शिंदे महाराष्ट्र से ‘कलर स्मोक ट्यूब’ ले आया । संसद में घुसने से पूर्व सभी आरोपी सवेरे इंडिया गेट के निकट एकत्र हुए थे । वहां उनको कलर स्मोक ट्यूब बांटे गए, उनके साथ ललित झा भी था । उसने नीलम, अमोल, मनोरंजन एवं सागर शर्मा के चल-दूरभाष अपने पास रखे । घटना के समय वह संसद क्षेत्र में उपस्थित था । तदुपरांत वह भाग गया । पुलिस उसको ढूंढ रही है । पुलिस का मानना है कि इन सभी आरोपियों के पीछे अन्य कोई प्रमुख सूत्रधार है । इस प्रकरण में विक्की शर्मा एवं उसकी पत्नी वृंदा को भी बंदी बनाया गया है । विक्की एवं सागर दोनों संबंधी हैं ।
लोकसभा में विपक्ष के सदस्यों द्वारा हंगामा !
लोकसभा में घुसखोरी के प्रकरण में १४ दिसंबर को विपक्ष के सदस्यों ने सरकार की नींद छीन ली है । इस प्रकरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अथवा गृहमंत्री अमित शाह द्वारा कोई भी प्रतिक्रिया अथवा निवेदन न आने से विपक्षी दलों ने हंगामा किया । इस कारण प्रथम २० मिनिट एवं दोपहर २ बजे तक सभागृह का काम स्थगित किया गया । हो-हल्ले के समय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में विपक्षियों को शांत रहने का आवाहन किया । उन्होंने कहा, ‘कल जो कुछ हुआ, उसका सभी ने निषेध किया है । यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, इसमें कोई शंका नहीं है । अध्यक्ष ने भी उसका पंजीकरण कर आपातकालीन पूछताछ के आदेश दिए हैं । मुझे लगता है कि भविष्य में सत्ताधारी अथवा विरोधी दल के सभी सांसदों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है । हम जो किसी को भी प्रवेश-पास दे रहे हैं, उनमें ऐसे किसी भी व्यक्ति को पास न दिए जाएं, जो ऐसा दुष्कृत्य करे ! हम सभी को यह सावधानी लेना आवश्यक है ।
८ सुरक्षा कर्मचारी निलंबित !
लोकसभा में एवं संसद क्षेत्र में घुसकर रंगीन धुआं छोडने के प्रकरण में असावधानी बरतने से संसद सचिवालय ने ८ सुरक्षा कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है । दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी ने आक्रमण को लेकर संसद में केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक की है ।
संपादकीय भूमिकाजब आरोपी इस प्रकार षड्यंत्र रच रहे थे, तब गुप्तचर तंत्र को इसकी जानकारी क्यों नहीं मिली ? कल यदि जिहादी आतंकवादी संसद पर आक्रमण करने का षड्यंत्र रच रहे होंगे, तो क्या उनकी जानकारी गुप्तचरों को मिलेगी ? |