कश्मीर के उरी में हुए आतंकवादी आक्रमण के उपरांत ७ वर्ष लगाया गया था प्रतिबंध !
नई देहली – वर्ष २०१६ में जिहादी आतंकवादियों ने कश्मीर के उरी में किए आक्रमण की पृष्ठभूमि पर भारत ने पाकिस्तान के सभी कलाकारों पर भारत में प्रवेश के लिए प्रतिबंध लगाया था । अब यह समय सीमा समाप्त हुई है, इसलिए उनपर स्थायी रुप से प्रतिबंध लगाने हेतु सर्वाेच्च न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की गई थी । न्यायालय द्वारा इसे अस्वीकार करते हुए याचिकाकर्ता को बताया गया कि, ‘इतना संकीर्ण विचार न करें ।’
इसके पहले याचिकाकर्ता फैज अन्वर कुरेशी ने यह याचिका मुंबई उच्च न्यायालय में प्रविष्ट की थी । उसपर न्यायालय ने कहा था कि यह याचिका सुनवाई के लिए उचित नहीं है । देशभक्त होने के लिए पडोसी देश के लोगों का द्वेष करना उचित नहीं है, यह लोगों को समझना चाहिए । इसपर याचिकाकर्ता ने सर्वाेच्च न्यायालय में चुनौति दी थी ।
याचिकाकर्ता की मांगे !
- ‘पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में कला प्रस्तुत करने के लिए अनुमति न दी जाए ।
- पाकिस्तानी नागरिकों की किसी भी सेवा अथा किसी भी संस्था में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाए ।
- न्यायालय केंद्र सरकार को निर्देश दें कि भारतीय नागरिक, आस्थापन तथा संगठन पाकिस्तान का कोई भी काम न करें ।’
संपादकीय भूमिका
पाकिस्तान के अधिकांश कलाकार भारतद्वेषी और धर्मांध हैं । अनेक उदाहरणों से यह बात सामने आई है । इसलिए राष्ट्रप्रेम की भावना को सामने रखते हुए ऐसे कलाकारों को भारतीय कलाक्षेत्र में काम नहीं करना चाहिए, ऐसी ही अनेक भारतियों की भावना है ! |