पूने (महाराष्ट्र) – राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एन.आई.ए.) ने मोहम्मद शाहनवाज आलम नामक एक और आतंकवादी को बंदी बनाया है । इस्लामिक स्टेट इस आतंकवादी संगठन की आतंकवादी कार्यवाहियों में उसके सहभागी होने की बात एजेंसी ने बताई है । आलम को बंदी बनाए जाने के कारण पूने में आतंकवादी कार्यवाहियां किए जाने का षड्यंत्र रचने के प्रकरण में बंदी बनाए गए आतंकवादियों की संख्या ८ हो गई है । आलम कोथरुड से पकडे गए २ आतंकवादियों से सीधे संपर्क में था; लेकिन वह भाग गया था । झारखंड के हजारीबाग में वह रहता था । आतंकवादियों को छुपाने के लिए स्थान प्रयोग किए जाने के उद्देश्य से ‘रेकी’ (गुप्त जानकारी इकट्ठा करना ) और विस्फोटों के लिए साधन (आय.ई.डी.) बनाने में आलम ने सक्रिय भूमिका निभाई थी ।
साथ ही गोलीबारी का प्रशिक्षण देने में उसका सक्रिय सहभाग होने की जानकारी जांच एजेंसियों के अधिकारियों को दी गई है । पूने में आतंकवादी कार्यवाहियां करने के लिए आतंकवादियों को विशेष पद्धति का प्रयोग करना था । उसी को ‘पूना ईसिस माड्यूल’ ऐसा भी कहते हैं । पूने में आतंकवादी कार्यवाहियां कर सामाजिक शांति और धार्मिक सौहार्द्र बिगाडना, यह इस्लामी स्टेट का उद्देश्य था । इस्लामिक स्टेट की ओर से नियमित भारत विरोधी मुहिम चलाई जाती है । देश में हिंसा करने के लिए विविध माध्यमों से इस्लामिक स्टेट की ओर से अभी तक प्रयत्न किए गए हैं । ‘आतंकवादियों द्वारा हिंसा किए जाने का दांव असफल करने के लिए एजेंसी की ओर से गहराई से जांच की जा रही है’, ऐसा एजेंसी के अधिकारियों ने बताया ।