गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) के अभियांत्रिकी महाविद्यालय की शिक्षिका ने ‘जय श्रीराम’ घोषणा देने वाले विद्यार्थियों को रोका !

गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) – यहां के ए.बी.एस.ई. अभियांत्रिकी महाविद्यालय के सांस्कृतिक कार्यक्रम में एक विद्यार्थी ने मंच पर गीत प्रस्तुत करने से पहले, ‘जय श्रीराम’ कहा । इस पर अन्य विद्यार्थियों ने भी ‘जय श्रीराम’ कहकर उसका उत्साह बढ़ाया । इसका एक शिक्षिका ने तीव्र विरोध किया । यह वीडियो सामाजिक माध्यमों में प्रसारित होना आरंभ होने पर, महाविद्यालय के बाहर बडा पुलिस बंदोबस्त लगाया गया है । संबंधित शिक्षिका को निलंबित करने की मांग की जा रही है ।

१. ‘जय श्रीराम’ घोषणा देने पर शिक्षिका ने कहा, ‘‘तुम लोग यहां नारेबाजी करने नहीं आए हो । यह महाविद्यालय का सांस्कृतिक कार्यक्रम है । अब तुम यहां गाना नहीं गाओगे ।’’

२. इसी कार्यक्रम का दूसरा विडियो भी प्रसारित हो रहा है, जिसमें यह शिक्षिका कह रही है, ‘ हम सब यहां एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने आए हैं, तो यहां ‘जय श्रीराम’ का नारा क्यों लगाया जा रहा है ? यह नारा यहां लगाने का कोई अर्थ ही नहीं है । तुम लोगों को अनुशासन का पालन करना चाहिए । यह कार्यक्रम तभी होगा, जब तुम लोग अनुशासन का पालन करोगे । अन्यथा हम भविष्य में कोई कार्यक्रम नहीं करेंगे । तुम लोग एक अच्छे महाविद्यालय में शिक्षा प्राप्त कर रहे हो । इसलिए, तुम लोगों का आचरण अच्छा होना चाहिए ।’

संपादकीय भूमिका 

‘जय श्रीराम’ घोषणा देने से क्या हानि होती है, यह कौन बताएगा ? श्रीराम के आदर्शपूर्ण जीवन से प्रत्येक व्यक्ति को सीखना चाहिए । किंतु ऐसा न कर, उनके नाम का भी विरोध करना लज्जाजनक !