भारत के विरोध के उपरांत भी श्रीलंका द्वारा चीन की गुप्तचर नौका को उसके बंदरगाह पर आने की  अनुमति !

कोलंबो (श्रीलंका) – श्रीलंका ने भारत के विरोध के उपरांत भी चीन की गुप्तचर नौका को श्रीलंका के बंदरगाह पर आने की अनुमति दी है । श्रीलंका के विदेशमंत्री अली साबरी ने बताया, ‘चीन की ‘शी यान-६’ नौका २५ नवंबर को श्रीलंका के हंबनटोटा आने वाली है ।’ भारत द्वारा इस नौका का विरोध किए जाने के विषय में अली साबरी ने कहा कि, हमारे ऊपर अन्य देशों की ओर से भी दबाव था; लेकिन हमें सभी देशों के साथ सामंजस्य बनाए रखना है । (सामंजस्य बनाए जाने के नाम पर भारत को दुखी किया गया है, यह भारत को ध्यान में लेकर श्रीलंका को सबक सिखाना आवश्यक है ! – संपादक)

चीन की यह नौका शोध के नाम पर जासूसी करती है । इस पर लगाए गए यंत्रों द्वारा जासूसी की जाती है । इस तंत्र को मिली जानकारी उपग्रह के माध्यम से चीन को भेजी जाती है । इस नौका के श्रीलंका में आकर रुकने से भारत के दक्षिण की ओर के केरल, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु इनके समुद्र किनारे वाले शहरों, नौसेना बेस इनकी गोपनीय जानकारी इकट्ठा की जा सकती है ।

संपादकीय भूमिका

भारत जिन देशों की सहायता करता है, उनमें से अधिकांश देश भारत के साथ विश्वासघात करते हैं, ऐसा ही दिखाई देता है । इसलिए भारत को किसी की सहायता करने के पूर्व विचार करना आवश्यक है !