बेंगलुरु (कर्नाटक) – चंद्रयान-३ के विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के उपरांत १४ दिनों तक उन्होंने वहां की जानकारी भेजी । १४ दिनों उपरांत वहां आगे के १४ दिन सूर्य न निकलने से अंधेरा हुआ । इस कालावधि में वहां अत्यधिक ठंड रहती है । जिस कारण ‘विक्रम’ और ‘प्रज्ञान’ का काम इसरो की ओर से बंद किया गया था । अब २२ सितंबर के दिन वहां पुन: सूर्योदय होने के उपरांत इन दोनों का काम पुनः चालू करने का प्रयास इसरो की ओर से किया जा रहा है; लेकिन इसमें अभी तक सफलता नहीं मिली । इस विषय में इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने कहा कि विक्रम की ओर से अभी तक कोई भी ‘सिग्नल’ नहीं मिला; लेकिन ‘सिग्नल मिलेगा ही नहीं’, ऐसा नहीं कह सकते; इसलिए हम ६ अक्टूबर तक प्रतीक्षा करेंगे । कारण तब तक सूर्य चमकता रहेगा, तापमान बढेगा और आशा भी कायम रहेगी । तापमान बढने से यंत्र गर्म होने की संभावना है । यह कब होगा ?, यह बताना अभी कठिन है । ‘आर्बिटर’ के माध्यम से विक्रम को सतत ‘सिग्नल’ भेजे जा रहे हैं, ऐसा भी उन्होंने बताया ।
#Isro to wait 14 more days for Pragyaan, Vikram signals
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— Hindustan Times (@htTweets) September 23, 2023