भारत के विरोध के उपरांत भी श्रीलंका का निर्णय
कोलंबो (श्रीलंका) – श्रीलंका ने पुन: एक बार भारत का विश्वासघात करते हुए चीन की जासूसी नौका को कोलंबो बंदरगाह पर रुकने की अनुमति दी थी । पिछले वर्ष भी भारत के विरोध के उपरांत श्रीलंका ने चीन की जासूसी करने वाली नौका को हंबनटोटा बंदरगाह पर रुकने की अनुमति दी थी ।
‘ शी यान ६’ नौका शोध के नाम पर हिंद महासागर में जासूसी करती है । अगले ३ माह यह नौका हिंद महासागर में रहने वाली है । पिछले वर्ष ‘यूआन वांग ५’ यह जासूसी करने वाली नौका श्रीलंका में रुकी थी । उस समय भारत ने ही नहीं, बल्कि अमेरिका ने भी इसका विरोध किया था ।
The Chinese spy ship ‘Shi Yan 6’ has entered the Malacca strait, bound for Colombo, amid confusion over whether Sri Lanka has granted access for the spy vessel to dock at Colombo.https://t.co/aFtAChFzuS
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— Colombo Gazette (@colombogazette) September 18, 2023
संपादकीय भूमिकाआर्थिक दिवालिया हुए श्रीलंका को अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की ओर से कर्ज मिलने के लिए चीन ने नहीं, बल्कि भारत ने सहायता की थी । इसके उपरांत ही श्रीलंका पुन: खडा हो रहा है; लेकिन इसका प्रतिसाद श्रीलंका जिस प्रकार से दे रहा है, उसके ऊपर भारत को चिन्तन करने की आवश्यकता है ! |