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अनंतनाग (जम्मू-कश्मीर) – जिहादी आतंकवादियों के साथ पिछले २ दिनों से चल रही मुठभेड में कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोनचक, पुलिस उपायुक्त हुमायूं भट्ट और २ सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए हैं । अभी तक २ आतंकवादियों को मारा गया है, तो भी २-३ आतंकवादी पहाडों पर छुपे हैं । सेना द्वारा उन्हें मारने का प्रयास किया जा रहा है । लश्कर-ए-तोयबा से संबंधित प्रतिबंधित संगठन ‘रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने इस आक्रमण का दायित्व लिया है । अधिकारियों का मत है कि यह वही आतंकवादी हैं जिनके साथ ४ अगस्त के दिन कुलगाम के जंगलों में हुई मुठभेड में ३ सैनिक वीरगति को प्राप्त हुए थे ।
(सौजन्य : News18 Rajasthan)
कश्मीर में पिछले ३ वर्षों में यह सबसे बडा आक्रमण है । इसके पहले ३० मार्च, २०२० के दिन कश्मीर के हंदवाडा में १८ घंटे चली मुठभेड में कर्नल, मेजर और उपनिरीक्षक सहित ५ अधिकारी वीरगति को प्राप्त हुए थे । इस वर्ष जनवरी से जम्मू-कश्मीर में ४० आतंकवादी मारे गए हैं , जिनमें से केवल ८ स्थानीय थे और शेष सभी दूसरे देश के थे ।
सम्पादकीय भूमिकाकश्मीर में प्रतिवर्ष १०० से अधिक आतंकवादियों को मारा जाता है, तो भी वहां का आतंकवाद जड से नष्ट नहीं हुआ । इसके लिए आतंकवादियों के निर्माता पाकिस्तान को नष्ट करना आवश्यक है । साथ ही कश्मीर में जिहादी मानसिकता रखने वालों पर लगाम लगाना आवश्यक है ! |