नई देहली – ९ सितंबर के दिन राजधानी देहली के ‘भारत मंडपम’ इस भव्य सभागृह में ‘जी-२०’ शिखर परिषद का प्रारंभ होने वाला है । दो दिवसीय इस परिषद में २८ देशों के प्रमुख और यूरोपीय यूनियन के प्रमुख उपस्थित रहने वाले हैं । इस बार ‘जी-२०’ परिषद का अध्यक्ष पद भारत सुशोभित करने वाला है । परिषद के लिए आने वाले मेहमानों की उचित व्यवस्था की गई है । विश्व के शक्तिशाली देशों के प्रमुख आने से देहली की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की गई है । इसके लिए ५० सहस्र सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं ।
क्या है ‘जी-२०’ परिषद ?
#FPExclusive: #Modi, #Biden Set For A Historic Bilateral Ahead Of The #G20; What's On Agenda? #FirstpostPOV
We spoke to @ProfBabones, American sociologist and professor at University of Sydney on what to expect from the Modi-Biden bilateral. Watch. pic.twitter.com/kQZmMHYyam
— Firstpost (@firstpost) September 8, 2023
‘जी-२०’ सदस्य देशों का समूह होकर यह वैश्विक ‘सकल राष्ट्रीय आय’ का अर्थात ‘जीडीपी’ का लगभग ८५%, वैश्विक व्यापार के संदर्भ में ७५% से अधिक और विश्व की जनसंख्या के लगभग दो तिहाई भाग का प्रतिनिधित्व करता है । ‘जी-२०’ परिषद में मुख्य रूप से आतंकवाद, आर्थिक समस्या, वैश्विक मौसम बदलाव स्वास्थ्य, और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर जोर दिया जाता है ।
‘जी-२०’ परिषद के देश !
‘जी-२०’ देशों की परिषद में अमेरिका, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, मैक्सिको, कनाडा, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, रूस, इटली, तुरकिए, सऊदी अरेबिया, दक्षिण अफ्रीका, भारत, चीन, जापान, इंडोनेशिया, कोरिया गणराज्य और यूरोपियन यूनियन का समावेश है । इस परिषद के अध्यक्ष भारत ने ९ अन्य देशों को आमंत्रित किया है । जिसमें बांग्लादेश, मॉरीशस, नाइजीरिया, ओमान आदि का समावेश है ।
Get a sneak peek into the delegation offices at the #G20 Summit!
Here’s an exclusive preview by #G20India Chief Coordinator @harshvshringla. pic.twitter.com/r1s3WGPdS2
— G20 India (@g20org) September 7, 2023
भारत में परिषद के लिए उपस्थित रहने वाले राष्ट्रप्रमुख !
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापान के प्रधानमंत्री फिमियो किशिदो, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बनीज, जर्मन चांसलर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मेक्रोन, दक्षिण अफ्रीका, तुरकिए और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति भारत आने वाले हैं । रूस के राष्ट्रपति पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कुछ कारण से उपस्थित रहने से मना किया है । रूस के विदेश मंत्री और चीन के प्रधानमंत्री इस परिषद के लिए उपस्थित रहने वाले हैं ।