धार्मिक ग्रंथों का अपमान करना अपराध है, ऐसा कानून बनाएं !

उत्तर प्रदेश के विधायक डॉ. राजेश्‍वर सिंह का केंद्रीय कानून मंत्री तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से अनुरोध

उत्तर प्रदेश के विधायक डॉ. राजेश्‍वर सिंह

लक्ष्मणपुरी (उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश के विधायक डॉ. राजेश्‍वर सिंह ने धार्मिक ग्रंथों का अनादर करना अपराध है, ऐसा कानून पारित करने की मांग केंद्रीय कानूनमंत्री तथा राज्य के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से की है ।

डॉ. राजेश्‍वर सिंह ने पत्र में लिखा किया है कि देश में अनेक उदाहरण हैं, जिनमें धर्मग्रंथों पर आक्रमण करना, उनका उपहास उडाना, आदि घटनाएं देश की सामाजिक अखंडता पर आघात करती हैं । वर्तमान में देश में धार्मिक ग्रंथों का महत्त्व बतानेवाला तथा उसका किया जा रहा अपमान अपराध है’, इसे सिद्ध करनेवाला एक भी अधिनियम पारित नहीं हुआ है । अतः सरकार को उसके लिए अधिनियम पारित करने की आवश्यकता है ।

संपादकीय भूमिका

यह बात लज्जास्पद है कि धार्मिक ग्रंथों के अपमान को अपराध मानने वाला कोई अधिनियम भारत में नहीं है !